नई दिल्ली, 11 जून (हि.स.)। दिल्ली की ऐतिहासिक शाही जामा मस्जिद को दिल्ली में बेतहाशा बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए 30 जून तक आम लोगों के लिए बंद करने का फैसला लिया गया है।
शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने गुरुवार को ऐलान किया कि शाम 8 बजे के बाद जामा मस्जिद के दरवाजों को आम लोगों के लिए 30 जून तक बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जामा मस्जिद को बंद करने का फैसला लेने से पहले दिल्ली के लोगों से राय मांगी गई थी, जिसमें से ज्यादातर लोगों ने जामा मस्जिद को बंद करने के हक में फैसला दिया था।
शाही इमाम अहमद बुखारी ने बताया कि दिल्ली में कोरोना वायरस से बड़ी तादाद में लोग प्रभावित हो रहे हैं।सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में बेड खाली नहीं हैं। कोरोना वायरस से होने वाली मौत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के शव गृह में जितनी तादाद मुर्दों को रखने की है उससे कहीं ज्यादा मुर्दे वहां पर रखे गए हैं। मुर्दों को रखने के लिए अलग से रेफरेजरेटेड कंटेनर मंगाए गए हैं।
उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह कोरोना महामारी से बचने के लिए अपने घरों में ही रहें। इस महामारी से बचने का एक ही उपाय है कि अपने आप को अपने घरों में कैद रखा जाए। उन्होंने कहा कि हालांकि सरकार की तरफ से सभी बाजार और दूसरी चीजें खोलने का ऐलान किया गया है, मगर मैं लोगों से अपील करता हूं कि अपनी जान की हिफाजत के लिए बाजारों में बिना वजह न घूमे-फिरें और जहां तक मुमकिन हो सके घरों में ही रहें।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार रात में शाही इमाम के साले और उनके निजी सचिव अमानुल्लाह खान की कोरोना वायरस से मौत हो गई थी। इसके बाद से ही जामा मस्जिद को आम लोगों के लिए बंद करने की बात की जा रही थी।