नई दिल्ली, 19 दिसम्बर (हि.स.) । सागरपुर इलाके में शुक्रवार दोपहर चार मंजिला मकान के भूतल पर बने एक कमरे में अचानक आग लग गयी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। घटना के समय इमारत के भूतल पर दो मासूम सगे भाई के अलावा ऊपर की मंजिल पर छह दर्जन लोग मौजूद थे। आसपास के लोगों ने हिम्मत कर लोगों को मकान से सुरक्षित बाहर निकला जबकि दोनों बच्चे इमारत में ही फंस गए। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस और दमकल कर्मियों ने दोनों बच्चों को अचेतावस्था में बाहर निकाला। बच्चे झुलस भी गये थे। दोनों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। शुरुआती जांच में पता चला है कि शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी थी।
मृत सगे भाइयों की पहचान सागरपुर के दयाल पार्क निवासी आयूष (5) और उसके भाई श्रीयांश (6) के रूप में हुई है। बच्चों के पिता अमोद का प्लास्टिक और रबर का चप्पल बनानेे का काम था। उसने एक कमरे में रबर का सामान रखा हुआ था। शुक्रवार दोपहर अमोद किसी काम बाहर गया था जबकि उसकी पत्नी सोनी सब्जी लेने गयी थी। तीन बजे अचानक भूतल पर बने कमरे में आग लग गयी जिसमें अमोद ने सामान रखा था। आग लगते ही वहां अफरा-तफरी मच गयी। आस पास रहने वाले लोगों ने मकान में फंसे 15 लोगों को रस्सी की मदद से अन्य मकान से नीचे उतारा। जबकि दोनों बच्चे भूतल पर फंस गये।
घटना की जानकारी मिलते ही दमकल की आठ गाड़ियां मौके पर पहुंची। दमकल कर्मियों ने दोनों बच्चों को झुलसी अवस्था में बाहर निकालकर अस्पाल पहुंचाया और आग बुझाने में जुट गये। डॉक्टरों ने दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चलेगा कि बच्चों की झुलसने से या फिर दम घुंटने से मौत हुई है। दमकलकर्मियों ने एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जांच में पता चला कि आग शार्ट सर्किट से लगी थी और कमरे में रबर और प्लास्टिक होने की वजह से आग तेजी से फैली। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।