नई दिल्ली, 07 अप्रैल (हि.स.)। सेना के पुनर्गठन की प्रक्रिया के बीच एक साल के भीतर कई महत्वपूर्ण बदलाव किए जा चुके हैं। सेना में अब दो की बजाय तीन वाइस चीफ होंगे। लेफ्टिनेंट जनरल सीपी करियप्पा ने सेना मुख्यालय में मास्टर जनरल सस्टेनेंस (एमजीएस) का पदभार जनरल आफिसर कमांडिंग के रूप में संभाल लिया है। हालांकि अब यह पद सेना के तीनों उप प्रमुखों में से एक के अधीन रखा गया है। सेना मुख्यालय में कई नए पद सृजित किए गए हैं जबकि कुछ पदों को सुधार के हिस्से के रूप में रखा गया है।
लेफ्टिनेंट जनरल सीपी करियप्पा का यह एक नया पद है, जिसे सेना मुख्यालय में किए गए सुधारों की श्रृंखला के हिस्से के रूप में सृजित किया गया है। यह पद पहले से चली आ रही मास्टर जनरल ऑर्डिनेंस (एमजीओ) पोस्ट को बदलने के लिए बनाया गया है। एमजीएस के पास भारतीय सेना के लिए गोला-बारूद, कपड़े, जनरल स्टोर और युद्धक उपकरण उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी होगी। लेफ्टिनेंट जनरल सीपी करियप्पा नेशनल डिफेंस एकेडमी और इंडियन मिलिट्री एकेडमी के पूर्व छात्र रहे हैं। एमजीओ का पद पहले सेना प्रमुख के लिए प्रमुख स्टाफ अधिकारी (पीएसओ) की तरह हुआ करता था। इसके अलावा पिछले वर्ष एमजीएस शाखा भारतीय सेना की पूर्ण खरीद की देखरेख करती है।
सेना के पुनर्गठन की यह प्रक्रिया सैन्य बलों के प्रमुख सीडीएस जनरल बिपिन रावत की देखरेख में चल रही है। योजना के अनुसार सेना प्रमुख सहित मुख्यालय में पहले से कार्यरत 1,332 अधिकारियों की संख्या घटाकर 1,203 तक कम करना है, ताकि बेहतर और तेजी से निर्णय लेने की प्रक्रिया शुरू की जा सके। सेना में पहले दो उप प्रमुख के पद थे, जिन्हें अब तीन कर दिया गया है। उप प्रमुख (योजना और प्रणाली) की पहली रैंक को अब उप प्रमुख (क्षमता विकास और जीविका) के रूप में संशोधित किया गया है। अब इस पद की जिम्मेदारी सभी पूंजी और राजस्व खरीद की होगी। मौजूदा समय में यह पद लेफ्टिनेंट जनरल शांतनु दयाल के पास है। इसके अलावा उप प्रमुख (सूचना प्रणाली और प्रशिक्षण) पद को संशोधित करने के लिए डिप्टी चीफ (इन्फो सिस्टम्स एंड कोऑर्डिनेशन) के रूप में फिर से पंजीकृत किया गया है।
सेना मुख्यालय में उप प्रमुख रणनीति का तीसरा नया पद बनाया गया है। इस पद को संभालने वाले पहले अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह संघा हैं। सेना के सूत्रों के अनुसार यह अब तक किए गए सबसे महत्वपूर्ण बदलावों में से एक है। सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) का पद पहले पीएसओ रैंक था लेकिन अब वह नव-निर्मित उप प्रमुख को रिपोर्ट करेंगे। इसके अलावा डीजी सैन्य खुफिया, डीजी ऑपरेशन लॉजिस्टिक्स और डीजी सूचना युद्ध भी उप प्रमुख रणनीति परमजीत सिंह संघा को रिपोर्ट करेंगे। इसके अलावा उप मुख्य सचिवालय में एक नए पद का निर्माण करने के साथ कई बदलाव किए गए हैं। एक अतिरिक्त महानिदेशक सतर्कता का पद भी बनाया जा रहा है, जो सेना प्रमुख के अधीन आएगा।
ऑर्डनेंस एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स (ईएमई) के महानिदेशक पहले एमजीओ के तहत आते थे, लेकिन अब यह पद डिप्टी चीफ सीडी एंड एस के अधीन कर दिया गया है। महानिदेशक इन्फैंट्री, डीजी आर्मर्ड, एडीजी मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री, डीजी आर्टिलरी और डीजी एयर डिफेंस जैसे विभिन्न निदेशालय भी उसी छतरी के नीचे आते हैं। इसके अलावा महानिदेशक (युद्ध उपकरण) का पदनाम बदलकर उप प्रमुख (क्षमता विकास और जीविका) कर दिया गया है। अब यह रैंक उप मुख्य सीडी एंड एस के अधीन होगी।