लखनऊ, 13 मार्च (हि.स.)। प्रदेश में डिफेन्स कॉरिडोर में पूंजी-निवेश और नव रोजगार सृजन कराने के लिए की गई योगी सरकार की मेहनत साल भर के भीतर ही रंग लाती नजर आ रही है। राजधानी में बीते वर्ष ही डिफेन्स एक्सपो का आयोजन किया गया था। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज़ औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के मुताबिक डिफेन्स कॉरिडोर में एक साल में आई 15 निजी कम्पनियां 946.5 करोड़ रुपयों का निवेश कर पैदा करेंगी। इसके साथ ही 3,800 नए रोजगार सृजित होंगे।
यूपीडा की डिफेन्स कॉरिडोर विंग के वरिष्ठ सलाहकार सेवानिवृत कर्नल के.एस. त्यागी के पत्र हवाले से जनसूचना अधिकारी अरुण कुमार राय ने सूचना के अधिकार के तहत यह जानकारी एक्टिविस्ट उर्वशी शर्मा को दी है। इसमें बताया गया है कि फरवरी 2020 में डिफेन्स एक्सपो के आयोजन के बाद वित्तीय वर्ष 2020-21 में अभी तक डिफेन्स कॉरिडोर के अन्तर्गत कुल 15 निजी कम्पनियों को भूमि का आवंटन कर दिया गया है, जिनमें उद्योगों की स्थापना के बाद 946.5 करोड़ का निवेश और 3,800 लोगों के लिए नए रोजगारों के सृजन की सम्भावना है।
त्यागी के मुताबिक डिफेन्स कॉरिडोर प्रोजेक्ट अपने शुरुआती दौर में है जिसके अंतर्गत भूमि अधिग्रहण एवं अवस्थापना का कार्य प्रगति पर है। वास्तविक पूंजी निवेश उद्योगों की स्थापना पर ही सम्पन्न होंगे और उसी आधार पर वास्तविक रोजगार सृजित होंगे।
वित्तीय वर्ष 2020-21 का अधिकांश समय कोरोना महामारी के चलते बर्बाद हो जाने के बावजूद डिफेन्स कॉरिडोर प्रोजेक्ट का काम आगे बढ़ना सरकार के लिए बड़ी उपलब्धि है। डिफेन्स एक्सपो 2020 के दौरान और उसके बाद हस्ताक्षरित एमओयू के धरातल पर शुरू होने से बड़े पैमाने पर पूंजी निवेश होगा और राज्य के विकास को गति मिलने के साथ लाखों की संख्या में नए रोजगार सृजित होंगे।