नई दिल्ली, 15 दिसम्बर (हि.स.)। छह दिन की खाड़ी देशों की यात्रा पर गए सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने अपने पड़ाव का दूसरा चरण भी सऊदी अरब में पूरा कर लिया है। उन्होंने इस दौरान सऊदी अरब में सैन्य प्रतिष्ठानों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कई बैठकें की। सैन्य अधिकारियों के साथ उन्होंने पारस्परिक हित और रक्षा सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की। उनके साथ गए प्रतिनिधिमंडल और उनकी पत्नी वीना नरवणे ने भी ऑल वीमेन सेंटर रियाद सऊदी अरबिया का दौरा किया। उनकी इस यात्रा से रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग के नए रास्ते खुलने की उम्मीद है।
रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण खाड़ी देशों की पहली यात्रा पर गए जनरल मनोज मुकुंद नरवणे 12 दिसम्बर की शाम को अपने दूसरे पड़ाव में सऊदी अरब पहुंच गये थे। रविवार को उन्हें रॉयल सऊदी लैंडफोर्स के मुख्यालय में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उन्होंने रॉयल सऊदी के कमांडर जनरल फहद बिन अब्दुल्ला मोहम्मद अल-मुतीर से भी मुलाकात करके द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और मजबूत करने के मुद्दे पर चर्चा की। इसके बाद उन्होंने संयुक्त बल सऊदी अरब के लेफ्टिनेंट जनरल मुतलाक बिन सलीम बिन अल-अजीमा कमांडर के साथ बातचीत की और रक्षा सहयोग पर विचारों का आदान-प्रदान किया। जनरल नरवणे ने 13 से 14 दिसम्बर को सऊदी अरब में सैन्य प्रतिष्ठानों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कई बैठकें कीं हैं।
सऊदी अरब की यात्रा में दोनों देशों के बीच इंटेलिजेंस शेयरिंग, आतंकवाद विरोधी प्रयास, पाकिस्तान को आर्थिक सहयोग करने वाली वित्त पोषण एजेंसियों को रोकने, संयुक्त प्रशिक्षण, पाठ्यक्रम शुरू करने, मेक इन इंडिया के साथ रक्षा विनिर्माण, अनुसंधान एवं विकास करने और आपसी सहयोग से प्रभाव क्षेत्र को बढ़ाने पर चर्चा हुई। थल सेनाध्यक्ष जनरल नरवणे ने रियाद स्थित सऊदी अरब के रक्षा मंत्रालय का दौरा किया और जनरल स्टाफ सीजीएस प्रमुख जनरल फयाद बिन हामिद रुवैली से मिले।
थल सेनाध्यक्ष जनरल नरवणे की पत्नी वीना नरवणे ने साथ गए प्रतिनिधिमंडल के अधिकारियों के साथ टाटा कन्सलटेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने ऑल वीमेन सेंटर रियाद सऊदी अरबिया का दौरा किया। उन्होंने इस तरह की पहल के माध्यम से सऊदी अरबिया में लिंग सशक्तिकरण, निवेश और विकास के लिए टीसीएस की प्रतिबद्धता की सराहना की। वीना नरवणे ने रियाद सऊदी अरब में राजकुमारी नौराह विश्वविद्यालय और विप्रो महिला व्यवसाय पार्क का भी दौरा किया, जो महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम और सशक्त बनाने का कार्य करता है।
भारतीय सेना के मुताबिक जनरल नरवणे ने पारस्परिक हित और रक्षा सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की। नरवणे ने सोमवार को किंग अब्दुल अजीज सैन्य अकादमी का दौरा किया और सैन्य प्रशिक्षण पर विचारों का आदान-प्रदान किया। इसके बाद सऊदी सशस्त्र बल कमान के स्टाफ कॉलेज और राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय का दौरा किया। उन्होंने युद्ध पाठ्यक्रम में भाग लेने वाले संकाय और छात्र अधिकारियों को भी संबोधित किया।
सेना प्रमुख की छह दिवसीय यह यात्रा इस मायने में भी ऐतिहासिक रही है कि पहली बार किसी भारतीय सेना प्रमुख ने खाड़ी देशों का दौरा किया है। इससे पहले अपनी यात्रा के पहले पड़ाव में सेना प्रमुख 09-10 दिसम्बर को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दौरे पर रहे जहां उन्होंने यूएई के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों से मुलाकात करके दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को मजबूत बनाने की संभावनाओं पर चर्चा की। उन्होंने यूएई के लैंड फोर्सेज एंड स्टाफ के कमांडर मेजर जनरल सालेह मोहम्मद सालेह अल अमेरी से मिलकर आपसी हित और रक्षा सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की।