अयोध्या पर फैसला कुछ देर में

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भगवान राम की जन्मस्थली समेत देश में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम, स्कूल-कालेज बंद, संघ प्रमुख और प्रधानमंत्री की सौहार्द बनाए रखने की अपील 



नई दिल्ली, 09 नवम्बर (हि.स.)। युगों-युगों से आस्था का केंद्र और भगवान राम की जन्मभूमि ‘अयोध्या’ पर देश की सबसे बड़ी अदालत का फैसला कुछ देर में आने वाला है। सुप्रीम कोर्ट आज (शनिवार) अयोध्या विवाद पर फैसला सुनाएगा। संवेदनशील राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद पर पांच जजों की पीठ ने 16 अक्टूबर को फैसला सुरक्षित रख लिया था। मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति एसए बोबडे, न्यायमूर्ति धनंजय वाई चन्द्रचूड़, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर की पांच सदस्यीय संविधान पीठ पूर्वाह्न 10ः30 बजे फैसला सुनाएगी। फैसले के मद्देनजर सारे देश में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं।
मुख्य न्यायाधीश ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के प्रधान सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ बैठक कर उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया था। फैसले कि लिए शनिवार को छुट्टी के दिन सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ बैठेगी। इसे देखते हुए पूरे देश में सुरक्षा का अभूतपूर्व इंतजाम किया गया है। उत्तर प्रदेश में धारा 144 लगा दी गई है। स्कूल-कालेजों को 11 नवम्बर तक के लिए बंद कर दिया गया है। अयोध्या में सुरक्षा चाक-चौबंद है। इस बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि इस फैसले को कोई भी हार-जीत के नजरिये से नहीं देखे। सब को इसका सम्मान करना चाहिए। उन्होंने देशवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। इस बीच संविधान पीठ में शामिल जजों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया है -माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा अयोध्या प्रकरण के संबंध में दिए जाने वाले संभावित फैसले के दृष्टिगत प्रदेशवासियों से अपील है कि आने वाले फैसले को जीत-हार के साथ जोड़कर न देखा जाए। यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि प्रदेश में शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण को हर हाल में बनाए रखें। मेरी प्रदेशवासियों से अपील है कि अफवाहों पर ध्यान न दें। प्रशासन सभी की सुरक्षा व प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है। कोई भी व्यक्ति यदि कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करेगा, तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अयोध्या पर फैसले के मद्देनजर मध्य प्रदेश में भी धारा 144 लागू कर दी गई है। इससे पहले महाराष्ट्र के धुले जिले में 56 वर्षीय एक व्यक्ति को फैसला आने से पहले फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। उत्तर प्रदेश में आगरा सहित 21 जिलों को संवेदनशील माना गया है। इन जिलों में चप्पे-चप्पे पर पैरामिलिट्री फोर्स तैनात की गई है। हर जिले में अस्थाई जेल बनाई गई हैं। पूरे प्रदेश में 673 लोगों पर खुफिया एजेंसियों की नजर है। अयोध्या में जन्मभूमि की ओर जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है। मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, बनारस, प्रयागराज, कानपुर, गोरखपुर, आगरा में सुरक्षा की कमान पैरामिलिट्री फोर्स, पीएसी, आरआरएफ और आरएएफ ने संभाल ली है। अयोध्या की ड्रोन से निगरानी की जा रही है। ।
उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली, मध्य प्रदेश, जम्मू और कर्नाटक में भी स्कूल और अन्य शैक्षणिक संस्थान बंद हैं। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार रात ट्वीट किया-कल सुबह अयोध्या मामले पर उच्चतम न्यायालय के फैसले को देखते हुए सुरक्षा चिंताएं हैं। सभी सरकारी स्कूल और कई निजी स्कूल कल बंद हैं क्योंकि महीने का दूसरा शनिवार है। हम सभी निजी स्कूलों को भी कल बंद रखे जाने की सलाह दे रहे हैं।

 


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