आंध्र प्रदेश: बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र से चक्रवाती तूफान ‘निवर’ की दस्तक

0

अमरावती (आंध्र प्रदेश), 24 नवम्बर (हि.स.)। बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव के क्षेत्र बनने से मंगलवार को चक्रवाती तूफान आने की आशंका जताई गई है। निवर नाम का यह तूफान बुधवार को चेन्नई के तट के पास से गुजरने की संभावना है। आशंका जताई गई है।
इस चक्रवात के प्रभाव से दक्षिण तटीय आंध्र और साथ तमिलनाडु के उत्तरी जिलों में घने बादल छाए हुए हैं। बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी में बना चक्रवात के और अधिक मजबूत होकर और तीव्र होने का अनुमान जाएगा। वर्तमान में यह पुडुचेरी से 410 किमी दक्षिण-पूर्व और चेन्नई से 450 किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि कम दबाव का क्षेत्र कुछ ही घंटे में तूफान में बदल जाएगा और फिर अगले 12 घंटों में भयंकर रूप ले लेगा।
मौसम विभाग ने बताया कि तूफान निवर के तमिलनाडु में मामल्लपुरम-कराईकल के बीच तट को पार करने की संभावना है। तूफान से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाए तटीय इलाकों से टकरा सकती हैं। विभाग ने कहा कि तूफान के तटीय जिलों कुड्डलोर, विल्लुपुरम और पुडुचेरी में तटीय क्षेत्रों में बाढ़ की संभावना है। तमिलनाडु में दो तटरक्षक कोस्ट गार्ड जहाजों और एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया। अधिकारियों ने बताया कि तमिलनाडु के तटीय जिलों सहित दक्षिणी तटीय और रायलसीमा जिलों में भारी से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है। आपदा प्रबंधन विभाग ने मछुआरों को समुद्र में मछली पकड़ने नहीं जाने की चेतावनी दी है। समाचार लिखने तक कुछ क्षेत्र में भारी वर्षा शुरू हो गई है। आंध्र प्रदेश के अगले तीन दिन तक भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके प्रभाव से समुद्री तट पर 50 से 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
मौसम विभाग ने अपने नवीनतम बुलेटिन में कहा है कि 24 से 26 नवम्बर के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और करैक्कल में तेज बारिश की संभावना है। इसके अलावा तंजावर,तिरुुर, नागापटनम,  पेरंबलूर, कल्लकुरिचि, पुदुचेरी, विलुपुरम, तिरुवन्नामलाई और जंगलपुर में बुधवार और गुरुवार के बीच अत्यधिक बारिश होने की आशंका है।
इस बीच कल देर रात तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानिस्वामी ने समीक्षा बैठक की और अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों एवं अधिकारियों को पूरी तरह से सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही तूफान से संभावित नुकसान को न्यूनतम करने के लिए एहतियात कदम उठाने को कहा है। उल्लेखनीय है कि इस चक्रवाती तूफान का नाम निवर रखा गया है। यह नाम निर्धारित क्रम के अनुसार इस बार ईरान ने रखा है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *