नई दिल्ली, 01 अप्रैल (हि.स.)। एक दिन पहले पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि जैसी छोटी बचतों पर ब्याज दरें घटाने के फैसले को केंद्र सरकार ने गुरुवार को वापस ले लिया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट कर ये जानकादी दी है। अब सभी छोटी बचत योजनाओं पर पुरानी यानी 2020-21 की दरें ही लागू रहेंगी।
वित्त वर्ष के अंतिम दिन 31 मार्च को छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कटौती से आम लोगों को बड़ा झटका लगा था। बचत खातों, पीपीएफ, टर्म डिपॉजिट, आरडी से लेकर बुजुर्गों के लिए बचत योजनाओं तक पर ब्याज दरों में 0.5 से लेकर 1 फीसदी तक कटौती करने का ऐलान किया गया था। ये नई दरें 1 अप्रैल से लागू होकर 30 जून, 2021 तक प्रभावी रहनी थीं। हालांकिं, सरकार ने अब इस फैसले को बदल दिया है।
उल्लेखनीय है कि बचत खातों में जमा राशि पर वार्षिक ब्याज को 4 फीसदी से घटाकर 3.5 फीसदी कर दिया गया था। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) पर मिलने वाले 7.1 फीसदी वार्षिक ब्याज को घटाकर 6.4 फीसदी कर दिया गया था। वहीं, एक साल के लिए जमा राशि पर तिमाही ब्याज दर को 5.5 फीसदी से घटाकर 4.4 फीसदी किया गया था। इसके अलावे बुजुर्गों को बचत योजनाओं पर अब 7.4 फीसदी की जगह मात्र 6.5 फीसदी तिमाही ब्याज देने की घोषणा की गई थी। इन फैसलों को वापस लेने के बाद अब पुरानी दरें ही लागू रहेंगी।