उज्जैनः भगवान महाकाल के दर्शन के लिए उमड़ी भीड़, लगी लम्बी कतारें
उज्जैन/भोपाल, 16 अगस्त (हि.स.)। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में सावन के चौथे और अंतिम सोमवार को दर्शन के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है। अल सुबह 4 बजे बाबा महाकाल की विशेष भस्मारती हुई, लेकिन इससे पहले ही भक्तों ने लंबी-लंबी लाइनें लगाना शुरू कर दी थीं। अंतिम सोमवार होने की वजह से श्रद्धालुओं में उत्साह देखने को मिल रहा है और बड़ी संख्या में लोग महाकाल मंदिर पहुंच रहे हैं।
आज श्रामण के अंतिम सोमवार को भस्मारती में बाबा महाकाल का चन्दन, कुमकुम, भांग, बेल पत्र, फल आदि से अद्भुत श्रृंगार किया गया। भस्म आरती में पंचामृत अभिषेक के बाद बाबा महाकाल का विशेष श्रृंगार किया गया और पूजन के बाद सुबह 5 बजे से मंदिर में भगवान के दर्शन का सिलसिल शुरू हुआ। इसके बाद महाकाल मंदिर का पूरा प्रांगण बाबा के जयकारों से गूंज उठा।
श्रावण मास के चतुर्थ सोमवार को भी अग्रिम बुकिंग कराने वाले श्रद्धालु को भी मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। शुरुआती चार घंटे में ही हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। नई दर्शन व्यवस्था के तहत महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार को सामान्य प्रोटोकाल तथा 250 रुपये के शीघ्र दर्शन टिकट की सुविधा बंद है। अग्रिम बुकिंग के आधार पर सुबह पांच बजे से दोपहर एक बजे तक और शाम को शाम 7 बजे से 9 बजे तक मंदिर में प्रवेश मिलेगा।
श्रावण की चौथी सवारी में दो स्वरूप में दर्शन देंगे बाबा
श्रावण मास में सोमवार को शाम चार बजे भगवान महाकाल की चौथी सवारी निकाली जाएगी। अवंतिकानाथ इस दौरान नगर भ्रमण पर निकलेंगे और अपनी प्रजा का हाल जानेंगे। बाबा महाकाल पालकी में चंद्रमौलेश्वर और हाथी पर मनमहेश रूप में सवार होकर दर्शन देंगे।
महाकालेश्वर मंदिर में पूजन के बाद बाबा महाकाल की सवारी बड़ा गणेश मंदिर होते हुए हरसिद्धि चौराहा, झालरिया मठ और सिद्ध आश्रम होते हुए शिप्रा के रामघाट पहुंचेगी। रामघाट पर महाकाल पेढ़ी पर पालकी को विराजित कर शिप्रा जल से भगवान का अभिषेक-पूजन करेंगे। पूजा के बाद सवारी हरसिद्धि मंदिर पहुंचेगी। यहां शिव-शक्ति मिलन कराया जाएगा। इसके बाद सवारी महाकाल मंदिर पहुंचेगी