नई दिल्ली, 26 जनवरी (हि.स.)। राजधानी दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में जारी धरने में शामिल प्रदर्शनकारियों के बीच भड़काऊ और देश विरोधी बयान देना जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्र शरजील इमाम को महंगा पड़ गया है। शरजील के खिलाफ अब दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की स्पेशल इनवेस्टिगेटिव टीम (एसआईटी) ने भड़काऊ भाषण देने पर केस दर्ज दर्ज कर लिया है।
एसआईटी के डीसीपी राजेश देव के अनुसार उसके खिलाफ आईपीसी की धारा-124 ए,153 ए और 505 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। शरजील ने इससे पहले 13 दिसम्बर को जामिया में इस तरह का एक भाषण दिया था। इसके बाद सरकार के खिलाफ उसने एक और भी भड़काऊ भाषण दिया, जो कि पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है। ये भाषण समाज के विभिन्न धार्मिक क्षेत्रों और भारत की एकता और अखंडता के बीच धार्मिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाने वाले हैं। जामिया हिंसा के पहले शरजील इलाके में काफी एक्टिव था।
हिंसा के बाद जब शाहीन बाग में प्रदर्शन शुरू हुआ तो वहां भी वह लगातार जाता रहा और लोगों को सीएए के विरोध में लगातार तैयार करता रहा। हालांकि पिछले कुछ दिनों से वह शाहीन बाग में भी नजर नहीं आ रहा था। मूलत: बिहार का रहने वाला शरजील उसके भाषण का वीडियो वायरल होने के बाद से फरार है। उस पर एसआईटी की नजर है। इससे पहले उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और असम में भी राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के लिए अलीगढ़ पुलिस की दो सदस्यीय टीम उसकी तलाश में दिल्ली आई जबकि कुछ टीमें उसकी तलाश में बिहार भी गई हैं। पुलिस तकनीकी आधार पर उसकी लोकेशन का पता लगाने में जुटी है। दिल्ली, उप्र की अलीगढ़ पुलिस और बिहार पुलिस उसकी तलाश के लिए आपस में लगातार एक दूसरे से संपर्क कर रही हैं।