नहीं आई कोई कमी दुष्कर्म की घटनाओं में: अधिवक्ता एपी सिंह
नई दिल्ली, 20 मार्च (हि.स.)। निर्भया कांड के चार दोषियों को हुई फांसी की सजा को आज एक साल पूरे हो गये हैं। एक वर्ष पहले आज ही सुबह करीब साढ़े पांच बजे चारो आरोपितों को फांसी हुई थी। दोषियों के अधिवक्ता एपी सिंह ने कहा है कि इसके बाद भी बीते एक साल में दुष्कर्म या हत्या की घटनाओं में कोई कमी नहीं आई।
अधिवक्ता एपी सिंह का कहना है कि एक सख्त संदेश देने के लिए चारो दोषियों को फांसी दी गई थी, लेकिन क्या इस एक साल में दुष्कर्म या हत्या की वारदातें रुक गई हैं? उन्होंने कहा कि जेल को सुधार गृह बनाना चाहिए। सौ से भी अधिक देश में फांसी की सजा खत्म हो चुकी हैं। इसलिए फांसी की सजा भारत में भी खत्म होनी चाहिए।
दोषी को सुधरने का अवसर देना चाहिए
अधिवक्ता ने बताया कि बड़े न्यायविदों व पूर्व जजों ने भी फांसी को सही नहीं माना है। उनका कहना है कि इससे सुधार का मौका नहीं मिलता। बीते एक साल में किसी प्रकार का सुधार अपराध में नहीं आया है। एनसीआरबी के डाटा से पता चलता है कि अपराध बढ़ रहे हैं।