देश की पहली महिला अण्डरग्राउण्ड माइन मैनेजर हिन्दुस्तान जिंक़ ने नियुक्त की
उदयपुर/जयपुर, 08 अप्रैल (हि.स.)। हिन्दुस्तान जिंक़ में कार्यरत संध्या रासकतला को अतिप्रतिबंधित श्रेणी में देश की पहली महिला खान प्रबंधक बनाया गया है। हिन्दुस्तान जिंक़ भारत की पहली कंपनी है, जिसे महिला अंडरग्राउण्ड माइन मैनेजर नियुक्त करने का गौरव मिला है। संध्या फर्स्ट क्लास मैनेजर्स सर्टिफिकेट के बाद उदयपुर जिले में स्थित जावरमाला माइंस में माइन मैनेजर के रूप में कार्य करेंगी। संध्या ने वर्ष 2018 में ग्रेजुएट इंजीनियर ट्रेनी के रूप में शुरूआत की थी।
खनन जैसे उद्योग में समावेश और विविधता के फलस्वरूप भूमिगत खदान में खनन परिचालन प्रबंधन के लिए हिंदुस्तान जिंक की संध्या रासकतला और योगेश्वरी राणे भारतीय खनन में फस्र्ट क्लास माइन मैनेजर्स प्रमाणित है। संध्या के साथ ही योगेश्वरी राणे फस्र्ट क्लास मैनेजर्स से प्रमाणित होने के उपरांत अजमेर जिले में स्थित कायड माइंस की हैड प्लानिंग और ऑपरेशंस के पद पर अपनी सेवाएं देगीं। अंडरग्राउंड माइन ऑपरेशन प्रबंधन करने वाली हिन्दुस्तान जिंक़ की ये दोनों कर्मचारी देश की चुनिंदा महिलाओं में शामिल हो गई है, जिन्होंने महानिदेशालय खान सुरक्षा द्वारा अतिप्रतिबंधित श्रेणी में ‘फस्र्ट क्लास मैनेजर्स सर्टिफिकेट ऑफ कॉम्पीटेन्सी‘ प्राप्त करने का गौरव हासिल किया है।
हिन्दुस्तान जिंक़ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूण मिश्रा ने बताया कि खनन क्षेत्र में महिलाओं को अनुमति देना एक क्रांतिकारी निर्णय है। हमने इसे अपनाया है और हमारे खनन कार्यों में हमारी महिला इंजीनियरों के लिए समान अवसर दिया है। यह खनन उद्योग में आगे आने वाली महिला नेतृत्व के लिए पहला कदम है।
उन्होंने बताया कि बीते वर्ष खान अधिनियम 1952 में संशोधन के बाद सरकार ने खान अधिनियम 1952 की धारा 46 के प्रावधानों से ओपनकास्ट और अंडरग्राउंड किसी भी खदान में कार्य करने वाली महिलाओं को कार्य के लिए प्रवेश देने का फैसला किया था। अब हिंदुस्तान जिंक ने भूमिगत खदान के परिचालन में अनुभव हासिल करने के लिए महिला इंजीनियरों को अवसर प्रदान किया है।