मुंबई, 12 अगस्त (हि.स.)। देश की सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की 42वीं सालाना जनरल मीटिंग को संबोधित करते हुए मुकेश अंबानी ने कहा कि भारत साल 2020 तक पांच लाख करोड़ डॉलर की इकोनॉमी बनने के लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर लेगा। भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत दौर में है। उन्होंने डिजिटल क्रांति से संबंधित कई योजनाओं व स्टार्टअप्स एवं डिजिटल सेक्टर के साथ ही कृत्रिम इंटेलिजेंस सेक्टर में निवेश पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जियो के 34 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हो चुके हैं। रिलायंस कंपनी स्मॉल सेक्टर और मिडियम सेक्टर की कंपनियों पर फोकस कर रही है। कंपनी ने लो कॉस्ट में बेहतर कनेक्टिविटी सर्विसेस उपलब्ध कराने की घोषणा करते हुए जियो फाइबर को सितंबर से शुरू करने की बात कही। देश को डिजिटल पथ पर आगे ले जाने के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने माइक्रोसॉफ्ट के साथ करार किया है।
इस अवसर पर आकाश और ईशा अंबानी ने मिक्स रियल्टी (एमआर) लॉन्च किया। इसे कंपनी की एमआर लैब में डिजाइन किया गया है। मिक्स रियल्टी एंटरटेनमेंट के एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने में कारगर होगा। जियो के मिक्स रियल्टी का नाम जियो होलोबोर्ड होगा और जल्द ही यह मार्केट में बिक्री के लिए उपलब्ध होगा। पांच सितंबर से जियो गीगा फाइबर की कॉमर्शियल लॉन्चिंग करने की घोषणा की गई है। आरआईएल ने ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के साथ ही सामाजिक उत्तरदायित्व को पूरा करने का भी आश्वासन दिया। उन्होंने केरला, आंध्रा प्रदेश और ओडिसा में रिहैबिलेशन सेंटर बनाने के साथ ही जम्मू कश्मीर में विकास कार्यों और निवेश पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जियो इंस्टिट्यूट के रूप में उच्च शिक्षा, स्पोर्ट्रस और रिसर्च के लिए विश्वस्तरीय इंस्टिट्यूशन खोलने का भी आश्वासन दिया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि अब तक जियो के कुल 34 करोड़ ग्राहक हो चुके हैं। कंपनी की सालाना रिटेल बिजनेस ग्रोथ 130 हजार करोड़ के आंकड़े को पार कर गया है। रिटेल राजस्व में सात फीसदी और 14 फीसदी प्रॉफिट कमानेवाली कंपनी बन गई है। उन्होंने कहा कि दुनिया में जियो दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन चुकी है। जियो का 5जी नेटवर्क सेवा के लिए तैयार है। वायरलेस नेटवर्क 4जी को भी 5जी में बदलने की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि जियो होम ब्रॉडबैंड सर्विस, इंटरप्राइस सर्विस, ब्रॉडबैंड फॉर एसएमई के लिए इसी वित्त वर्ष में शुरू होगा। उन्होंने अगले कुछ साल में होम सेगमेंट में दो अरब आईओटी डिवाइस होने की बात कही। उन्होंने बताया कि जियो गीगा फायबर के 1.5 करोड़ रजिस्ट्रेशन पूरे किए गए हैं। 1600 शहरों में गीगा फायबर सेवाएं उपलब्ध कराएगी। कंपनी अपने ब्रॉडबैंड सेवाओं को भी बेहतर करेगी। पांच लाख घरों में फायबर ब्रॉडबैंड की सेवा दी जा रही हैं। 100 जीबी डेटा हर महीने उपयोग हो रहा है। एक साल में गीगा फाइबर पूरे देश में पहुंचाया जाएगा।
मुकेश अंबानी ने कहा कि कनेक्टिविटी रेवेन्यू के लिए कंपनी ने होम ब्रॉडबैंड सर्विस, एंटरप्राइजेज ब्रॉडबैंड सर्विस, एसएमई के लिए ब्रॉडबैंड सर्विस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) पर फोकस करेगी। जियो में इनवेस्टमेंट का दौर पूरा हो चुका है, हम इसे नई ऊंचाई पर लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि सब्सक्राइबर, प्रॉफिट और रेवेन्यू के आधार पर जियो दुनिया की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन चुकी है। भारत की अर्थव्यवस्था में रिलायंस ने अहम योगदान दिया है। वित्त वर्ष 2019-20 में आरआईएल मोस्ट प्रॉफिटेबल कंपनी रही है। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में 67320 करोड़ रुपये का जीएसटी चुकाया है, जबकि 12191 करोड़ इनकम टैक्स के रूप में चुकाए हैं। मुकेश अंबानी ने कहा कि सउदी अरामको रिलायंस में 20 फीसदी हिस्सा खरीदेगी। सउदी अरामको ऑयल और केमिकल कारोबार में 75 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी। उन्होंने टेक व डिजिटल सर्विस सेक्टर के पांच लाख करोड़ रुपये की रिटेल कंपनी होने की बात कही। उन्होंने कहा कि देश में 700 बिलियन डॉलर की असंगठित सेक्टर हैं, जिस पर ध्यान दिया जा सकता है। देश की अर्थ व्यवस्था में इनका अहम योगदान है।
जनरल मीटिंग में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, नीता अंबानी, मुकेश अंबानी की माताजी कोकिलाबेन अंबानी, ईशा अंबानी, आकाश अंबानी, आकाश अंबानी की पत्नी श्लोका समेत कंपनी के अधिकारी मौजूद रहे।