21 नवम्बर इतिहास के पन्नों में
आकाश नापना शुरू किया भारत नेः आज मंगल ग्रह तक पहुंचा भारत का अंतरिक्ष अभियान सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. विक्रम साराभाई की दृष्टि और कल्पना का परिणाम है। उन्होंने ही 1961 में एक विस्तृत अतरिक्ष अभियान की कार्य योजना सरकार को सौंपी थी। अगले वर्ष 1962 में परमाणु ऊर्जा विभाग के तहत अंतरिक्ष अनुसंधान समिति का गठन किया गया। आगे चलकर स्वतंत्र अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का गठन 15 अगस्त, 1969 को हुआ। बहरहाल, भारत की महत्वाकांक्षी, सुव्यवस्थित और सफलताओं के मानक स्थापित करते अंतरिक्ष अभियान में 21 नवम्बर की तिथि भी महत्वपूर्ण है। इसी दिन 1963 में केरल की राजधानी तिरुवनन्तपुरम के नजदीक थुम्बा से भारत ने पहले रॉकेट ‘नाइक अपाचे’ का प्रक्षेपण किया था। यह एक साउंडेड रॉकेट था और तब इस तरह के रॉकेट अंतरिक्ष के शुरुआती रहस्य खोजने के लिए भेजे जा रहे थे। भारत को यह रॉकेट अमेरिका से मिला था और प्रक्षेपण की तकनीक भारत की थी। यह भी जानना रोचक है कि लगभग उसी समय देश के छह वैक्षानिकों को अमेरिकी अंतरिक्ष संस्था ‘नासा’ में प्रशिक्षण के लिए भेजा गया था। उन वैज्ञानिकों में डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम भी शामिल थे, जो बाद में मिसाइलमैन के नाम से विख्यात हुए और देश के राष्ट्रपति भी बने ।
अन्य महत्त्वपूर्ण घटनाएंः
1877 – प्रसिद्ध वैज्ञानिक थॉमस अल्वा एडिसन ने पहला फोनोग्राफ पेश किया।
1906 – चीन ने अफीम व्यापार पर रोक लगाई।
1921 – प्रिंस ऑफ वेल्स (सम्राट एडवर्ड अष्टम) के बांबे (अब मुंबई) पहुंचने पर देशव्यापी हड़ताल।
1947 – आजाद भारत में पहला डाक टिकट जारी।
1962 – भारत-चीन सीमा विवाद के दौरान चीन ने संघर्ष विराम किया।
1979 – मक्का में काबा मस्जिद पर मुस्लिम उग्रवादियों का अधिकार।
1999 – चीन ने मानव रहित अंतरिक्ष यान ‘शेनझू’ का प्रक्षेपण किया।
2002 – मुस्लिम लीग (कायदे आजम) के नेता जफ़रउल्ला ख़ान जमाली पाकिस्तान के प्रधानमंत्री निर्वाचित।
2007 – पैप्सिको चैयरमैन इंदिरा नूई अमेरिकी इंडियन बिजनेस काउंसिल के निदेशक मंडल में शामिल।