नई दिल्ली, 29 जनवरी (हि.स.)। चीन में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस को देखते हुए वहां रहने वाले भारतीय नागरिकों को लेकर सरकार की चिंता बढ़ती जा रही है। हुबई में फंसे भारतीय छात्रों को वहां से निकालने की लगभग पूरी तैयारी हो चुकी है।
इस संबंध में बीजिंग में भारतीय दूतावास ने वहां फंसे छात्रों को जारी की गई तीन हॉट लाइन व ईमेल के पते पर संपर्क करने को कहा है। भारत लौटने के संबंध में उनसे पूरी जानकारी मांगी जा रही है, जिसे helpdesk.beijing@mea.gov.in पर भेजने को कहा गया है। इसके बाद भारतीय दूतावात उन्हें एक टोकन जारी कर रहे हैं। इस बीच चीन के विभिन्न शहरो में फंसे भारतीय छात्रों की सूची तैयारी की जा रही है ताकि विशेष विमान का इंतजाम किया जा सके। चीन में रह रहे भारतीय छात्र भी सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने की आपात बैठक
इस बीच भारत में रोजाना कोरोना वायरस को लेकर की गई तैयारियों की समीक्षा की जा रही है। बुधवार को भी स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेष सचिव संजीवा कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नेपाल से सटे राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों से बात की और वहां की गई तैयारियों की समीक्षा की। राज्यों के अस्पतालों को भी परामर्श भेजा गया है और वहां आईसोलेशन वार्ड भी तैयार करने को कहा गया है। नेपाल से सटे राज्यों में विशेष स्वास्थ्य केन्द्र स्थापित किए गए हैं, जहां स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम भी तैनात है।
उल्लेखनीय है कि चीन में अब तक कोरोना वायरस से 132 लोगों की मौत हो चुकी है और 6000 से ज्यादा लोग इसके संक्रमण से बीमार हो चुके हैं।