हरियाणा में लॉकडाउन का चौथ दिन, प्रवासियों का रैला रोकने की बड़ी चुनौती

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चंडीगढ़, 28 मार्च (हि.स.)। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन है। आज शनिवार को चौथा दिन है। इस बीच हरियाणा सरकार के सामने प्रवासी मजदूरों का रैला रोकने की बड़ी चुनौती पेश आ रही है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लगे गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और नूंह में प्रवासी मजदूरों का रैला लगा हुआ है। यहां से प्रवासी मजदूर लगातार उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर रहे हैं।
दिल्ली और यूपी बार्डर के साथ लगते सोनीपत व पानीपत बार्डर पर मजदूरों की भीड़ एकत्रित हो रही है। इस भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। सरकार प्रवासी मजदूरों का रैला रोकने के लिए रैन बसेरों का इंतजाम कर रही है, मगर 21 दिन के लंबे लॉकडाउन के कारण प्रवासी मजदूरों के सामने खाने और रहने की समस्या उठ खड़ी हुई है। वे लगातार पैदल आगे बढ़ रहे हैं। अहम पहलू यह है कि इनके लिए वाहनों की कोई व्यवस्था नहीं है और पैदल सिर पर सामान उठाकर चले जा रहे हैं। इससे लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए प्रशासन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
नूंह जिले के तावडू में राजस्थान से ट्रक में सवार होकर आए 35 लोगों को पुलिस ने पकड़ा है। इन सभी के हाथों पर क्वांरटाइन करने की स्टैंप लगी है। क्षेत्र में कोरोना वायरस संदिग्धों के आने की सूचना कुछ ही देर में आग की तरह फैल गई। प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली। सभी को ट्रक से उतारकर खेतों में एक-एक मीटर की दूरी पर बैठा दिया। स्वास्थ्य विभाग की टीम को बुलाकर सभी व्यक्तियों की जांच कराई गई। जांच से स्पष्ट हुआ कि कोई भी कोरोना पीडि़त नहीं है।
कुरुक्षेत्र से भी उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले से प्रवासी मजूदर पैदल ही निकल पड़े। इन्हें प्रशासन ने जैसे-तैसे रोककर रैनबसेरों में ठहराया। कैथल से राजस्थान के अलवर और हिसार लोहामंडी से दौसा तक पैदल जा रहे 17 मजदूरों के लिए दादरी के उपायुक्त श्यामलाल पूनिया और पुलिस अधीक्षक बलवान सिंह राणा ने न केवल भोजन व आवास की व्यवस्था की, बल्कि कुछ को राजस्थान के बार्डर तक भी पहुंचाया गया।
शनिवार को हरियाणा में लॉकडाउन का चौथा दिन है। लॉकडाउन की हर गतिविधि पर निगरानी रखने के लिए प्रशासन की ओर से हर जिले में कंट्रोल रूम बनाया गया है। कंट्रोल रूम में ज्यादातर शिकायतें खाद्य वस्तुओं की मुनाफाखोरी और बेवजह सडक़ों पर उतरने वालों की है। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण लॉकडाउन की पूरी अनुपालना कर रहे हैं। वहीं शहरी क्षेत्रों नियमों को तोडऩे वालों के साथ पुलिस सख्ती से पेश आ रही है और सैकड़ों की संख्या में चालान भी काटे जा रहे हैं।
रोहतक सब्जी मंडी में ऑड ईवन लागू कर दिया गया है। एक दिन सामान्य सब्जी के आढ़ती व दुकानदार बैठेंगे तो एक दिन मांस बेचने वाले बैठेंगे। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए दुकानों के बाहर सर्कल लगा दिए गए हैं। पुलिस की सख्ती जारी है।

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