चीन बॉर्डर से सटी स्पीति घाटी में कोरोना की दस्तक, सेना के दो और बीआरओ के छह कर्मी पॉजिटिव
शिमला, 14 सितम्बर (हि.स.)। कोरोना संक्रमण से अभी तक अछूते रहे जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति की स्पीति घाटी में भी अब वायरस ने दस्तक दे दी है।
कोरोना के खतरे को देखते हुए स्पीति की महिलाओं ने प्रदेश के कैबिनेट मंत्री को काजा में प्रवेश करने से रोका था। लेकिन इतनी सख्ती के बावजूद आखिरकार स्पीति में भी कोरोना वायरस पहुंच गया। स्पीति में दो दिन के भीतर कोरोना के आठ मामले सामने आए हैं, जिनमें दो सेना और छह बीआरओ के जवान शामिल है।
हालांकि स्पीति घाटी में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए स्थानीय जनता ने बहुत पहले बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा रखी है। यहां तक कि अपने ही जिला के दूसरे हिस्से लाहौल से स्पीति जाने पर अभी भी लोगों को 14 दिन के लिये एकांतवास होना अनिवार्य है। इतनी सख्ती के बाबजूद स्पीति में कोरोना वायरस फैलने से लोग हैरान है।
स्पीति में महिला, युवक मंडलों, पंचायती राज संगठनों, मठों और एनजीओ के आपसी तालमेल से कोरोना संक्रमण रोकने के लिए कड़े नियम लागू किये गए हैं। कोरोना के चलते इस बार स्थानीय लोगों ने पर्यटन कारोबार के साथ कृषि और बागवानी को भी किनारे रख दिया है।
जिला कोविड निगरानी अधिकारी रंजीत वैद ने बताया कि स्पीति बॉर्डर के समीप सेना के दो और बीआरओ की 108 आरसीसी के छह जवान कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनका ट्रैवेल हिस्ट्री हिमाचल से बाहर का है। यह सभी कवारांटीन में थे। फिलहाल इनके संभावित प्राइमरी कोटेक्ट वालों के सेंपल लिए जा रहे हैं।