कोरोना काल में लखनऊ मेट्रो में यात्रियों की संख्या 31 हजार के ऊपर
लखनऊ, 15 दिसम्बर (हि.स.)। कोरोना काल के दौरान लखनऊ मेट्रो में यात्रियों की संख्या अब 31 हजार के ऊपर पहुंच गई है। लॉकडाउन के बाद अनलाॅक में लखनऊ मेट्रो में यात्रियों की यह सर्वाधिक संख्या है। कोरोना काल से पहले की तुलना में यह संख्या आधे से कुछ अधिक है।
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसीएल)
के अनुसार, राइडरशिप रिकवरी के लिहाज से लखनऊ मेट्रो देश के सभी मेट्रो से आगे है। दिल्ली मेट्रो में भी यात्रियों की संख्या लॉकडाउन के पहले की तुलना में अब तक 30 से 35 प्रतिशत तक ही पहुंच सकी है। इसके अलावा बेंगलुरु, कोच्चि, हैदराबाद और जयपुर समेत लगभग सभी मेट्रो प्रॉजेक्ट लॉकडाउन से पहले की तुलना में 20 से 30 फीसदी रिकवरी ही हासिल कर सके हैं।
के अनुसार, राइडरशिप रिकवरी के लिहाज से लखनऊ मेट्रो देश के सभी मेट्रो से आगे है। दिल्ली मेट्रो में भी यात्रियों की संख्या लॉकडाउन के पहले की तुलना में अब तक 30 से 35 प्रतिशत तक ही पहुंच सकी है। इसके अलावा बेंगलुरु, कोच्चि, हैदराबाद और जयपुर समेत लगभग सभी मेट्रो प्रॉजेक्ट लॉकडाउन से पहले की तुलना में 20 से 30 फीसदी रिकवरी ही हासिल कर सके हैं।
यूपीएमआरसीएल के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने मंगलवार को बताया कि लॉकडाउन से पहले मेट्रो में प्रतिदिन औसतन 60 हजार यात्री सफर करते थे। इस साल मार्च से 06 सितम्बर तक लखनऊ में मेट्रो बंद रही है। लॉकडाउन हटने के बाद लखनऊ मेट्रो में यात्रियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अब एक दिन में यात्रियों की संख्या 31 हजार के ऊपर पहुंच गई है। पिछले महीने तक यात्रियों की संख्या प्रतिदिन करीब 20 से 25 हजार के बीच रही है।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा और सुविधाओं को लेकर यात्रियों ने लखनऊ मेट्रो पर दोबारा भरोसा जताया है। लॉकडाउन के बाद यूपीएमआरसीएल ने संक्रमण से बचाव के लिए जो उपाय किए उसी का नतीजा है कि लखनऊ मेट्रो को सुरक्षित सफर का जरिया मानते हुए तेजी से यात्री बढ़ रहे हैं।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के बाद सात सितम्बर को लखनऊ में मेट्रो ट्रेन सेवा फिर से शुरू हुई थी। तब एक दिन में करीब सात हजार यात्रियों ने मेट्रो में सफर किया था।