दुनिया में प्रति लाख लोगों में 62 कोरोना के मरीज, भारत में है 7.9 दर

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दुनिया में प्रति लाख लोगों में 4.2 मरीज की मौत, भारत में यह संख्या 0.2 फीसदी



नई दिल्ली, 20 मई (हि.स.)। पूरी दुनिया में प्रति लाख जनसंख्या पर कोरोना के 62 मरीज हैं जबकि भारत में प्रति लाख लोगों पर कोरोना के 7.9 मरीज हैं। इसी तरह कोरोना से मरने वालों के आंकड़े देखें तो पूरी दुनिया में प्रति लाख लोगों में कोरोना के 4.2 मरीज की मौत हो रही है, जबकि भारत में यह संख्या प्रति लाख लोगों में कोरोना से मरने वालों की संख्या 0.2 है।

बुधवार को प्रेस वार्ता में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में इस समय तक कोरोना के 42298 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं और अब 61 हजार कोरोना के एक्टिव मामले मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि पूरी दुनिया में प्रति लाख जनसंख्या पर कोरोना के 62 मरीज हैं जबकि भारत में प्रति लाख लोगों पर कोरोना के 7.9 मरीज हैं। इसी तरह पूरी दुनिया में प्रति लाख लोगों में कोरोना के 4.2 मरीज की मौत हो रही है, जबकि भारत में यह संख्या 0.2 है। लव अग्रवाल ने बताया कि दुनिया के 15 कोरोना प्रभावित देशों की जनसंख्या 142 करोड़ है जिसमें 36 लाख लोग कोरोना के मरीज है और अब तक इससे 2.7 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में 135 करोड़ जनसंख्या है और यहां कोरोना के एक लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं और अब तक इससे तीन हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।

कोरोना से स्वस्थ होने का आंकड़ा 39.36 प्रतिशत पर पहुंचा
लव अग्रवाल ने बताया कि लॉकडाउन से पहले देश में कोरोना से स्वस्थ होने वालों का प्रतिशत 7.1 था, दूसरे लॉकडाउन में यह दर 11.42 पर रहा, फिर तीसरे लॉकडाउन के दौरान 26.59 प्रतिशत के पास रहा और मौजूदा समय में स्वस्थ होने का दर 39.36 पर पहुंच गया है जो देश के लिए राहत भरी खबर है। देश में कोरोना से निपटने के लिए किए जा रहे सभी उपायों के नतीजे अच्छे आ रहे हैं।
सिर्फ 6.39 प्रतिशत मरीजों को पड़ी अस्पतालों की आवश्यकता
संयुक्त सचिव ने बताया कि देश में 61 हजार एक्टिव कोरोना के मरीज हैं इनमें से सिर्फ 6.39 प्रतिशत लोगों को ही अस्पताल की आवश्यकता पड़ी है, बाकी सारे एकान्तवास केन्द्रों पर ही ठीक हो रहे हैं। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय कोरोना के मामलों की निगरानी, कंटेनमेंट जोन में बेहतर प्रबंधन के इंतजाम, अस्पताल को अपग्रेड करने पर पूरा ध्यान दे रहा है। देश में अब तक डेढ़ लाख बेड का इंतजाम कर लिया गया है।

 


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