नई दिल्ली, 01 अगस्त (हि.स.)। कोरोना वायरस के 100 जीनोम के सीक्वेंसिंग (अनुक्रम) का काम पूरा हो चुका है। इस वायरस को कल्चर कर इसके जीनोम सीक्वेंसिंग का काम शुरू किया गया था। इससे वैज्ञानिकों को वायरस के बारे में जानकारी मिल सकेगी और इसके बचाव के लिए टीके व दवाइयों को बनाने में मदद मिलेगी। केन्द्रीय विज्ञान व प्रोद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन शनिवार को पांच बायोरिपोजिटरी की शुरुआत करेंगे। इसके साथ बच्चों में विज्ञान की रुचि को बढ़ाने के लिए विद्यार्थी विज्ञान मंथन 2020-21 का भी उद्घाटन करेंगे।
क्या होता है बायोरिपोजिटरी-
यह जैविक सामग्री भंडार है, जो भविष्य की वैज्ञानिक जांच व आवश्यकता को पूरा करता है। इसमें मानव, व जीवित निकायों सहित जानवरों से नमूनों को सहेज कर रखते हैं। दूसरे शब्दों में बायोस्पेसिमेन को इकट्ठा, संसाधित, संग्रहित और वितरित करते हैं।