कोरोना का इलाज संभव “डाइट प्लान” से – अमृत सिंघवी

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नागपुर, 08 मई (हि.स.)। कोरोना महामारी की वजह से देश को दवाइयों और ऑक्सिजन की कमी का सामना करना पड रहा है। ऐसे माहौल में अमरावती के एन.आई.सी.ई एक्स्पर्ट अमृत सिंघवी डाइट प्लान से कोरोना संक्रमण का सफलतापूर्वक इलाज कर रहे हैं।  सैंकडो मरीज उनके इस इलाज से लाभान्वित हो रहे है।

एन.आई.सी.ई विशेषज्ञ अमृत सिंघवी के मुताबिक, लिक्वीड डाइट से 3 दिन में संक्रमण और वायरस को खत्म किया जा सकता है। बतौर सिंघवी कोरोना अन्य वाइरस संक्रमण की ही तरह है और उसे खानपान के परहेज से ठीक किया जा सकता है। अपनी उपचार पद्धति के बारे में जानकारी साझा करते हुए सिंघवी ने बताया कि, वह डॉ. बिस्वरूप रायचौधरी से बीते एक दशक से जुडे हुए हैं और “नेटवर्क ऑफ इन्फ्यूएन्झा केयर एक्सपर्ट” (एनआईसीइ) की गाइड लाईन के अनुसार कोरोना मरीजो का उपचार करते है।
लिक्वीड डाइट से इलाज
 अपनी अनूठी उपचार पद्धति की जानकारी साझा करते हुए सिंघवी ने कहा कि, कोरोना संक्रामण सामान्य सर्दी-जुकाम की तरह है। नतीजन कोरोना का संक्रमण होने पर घबराने की जरूरत नही है। एनआईसीइ के तहत होने वाले इलाज में मरिज को लिक्वीड डाइट दी जाती है। इसके लिए कुछ मापदंड होते हैं। बतौर सिंघवी  किसी मरीज के वजन को 10 से भाग दे कर आनेवाली संख्या के अनुपात में उसे लिक्वीड डाइट दी जाती है। सिंघवी ने बताया कि, यदि किसी का वजन 70 किलोग्राम हो  तो उसे 10 से भाग कर 7 संख्या आती है। ऐसे मरीज को दिन में 7 ग्लास नारियल पानी और 7 ग्लास जूस दिया जाता है। जिससे मरीज का बुखार उतरने में मदद मिलती है। इलाज के दूसरे दिन मरीज को 7 से आधी यानी 3.5 ग्लास जूस और नारियल पानी दिया जाता है। साथ-साथ 350 ग्राम सलाद का सेवन करवाया जाता है।
सिंघवी ने बताया कि, इलाज के तिसरे दिन मरीज को हल्का खाना दिया जाता है। मरीज के वजन को 30 से भाग कर जो संख्या आती है, उसके दोगुने अनुपात में जूस और नारियल पानी दिया जाता है। वहीं रात के खाने में मरीज को कम तेल का हल्का भोजन करना होता है। सिंघवी के मुताबिक, नारियल पानी और विटामिन-सी से युक्त जूस शरीर में पहुंचकर रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है। बुखार के बाद शरीर का बढ़ा हुआ तापमान सामान्य करता है। संक्रमण के असर को घटाता है। डॉ. सिंघवी के अनुसार दुनिया में 3 लाख 20 हजार ऐसे वायरस हैं जो हमेशा से इंसानों को संक्रमित करते आए हैं, इनसे से 209 को पहचानकर नाम दिया गया है। कोरोनोवायरस उनसे से ही एक है। वायरस कोई भी हो, ये तभी आसानी से संक्रमित करते हैं ,जब शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। इससे लड़ने के लिए सबसे पहले शरीर की इम्युनिटी बढ़ाएं क्योंकि बचाव ही बेहतर इलाज है। सिंघवी ने दावा किया कि, एनआईसीइ उपचार पद्धति से पूरे देश में अबतक 50 हजार के अधिक कोरोना मरीज स्वास्थ्य लाभ ले रहे है। सिंघवी ने कहा कि, इस लिंक पर  इलाज करवा सकते हैं – Www.biswaroop.com/Nice
महज 12 दिनों मे निगेटीव रिपोर्ट
 एनआईसीइ ट्रीटमेंट से लाभान्विक नागपुर के वैभव ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि, उनकि मां (65 वर्ष) कोरोना पॉजीटिव हुई थी। उनका ऑक्सीजन लेव्हल 70 था। उसके बाद उन्होने ऑनलाइन फॉर्म भर के अमृत सिंघवी के मार्गदर्शन में अपनी माता का इलाज करवाया। एनआईसीइ के लिक्विड डाइट प्लान को सही तरिके से फॉलो किया। नतीजतन उनकी माताजी की करोना रिपोर्ट 12 दिनों के भीतर निगेटिव आई। बतौर वैभव कोरोना संक्रमित मरीज अस्पतालो के महंगे इलाज के चक्कर में पडने के बजाय लिक्वीड डाइट ले कर स्वस्थ हो सकते है।

 


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