नई दिल्ली, 04 अगस्त (हि.स.)। केन्द्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक कोरोना से मरने वालों में 50 प्रतिशत बुजुर्ग शामिल हैं। इनमें भी सबसे ज्यादा खतरा दिल, गुर्दे या फिर डायबिटीज के मरीजों को है। कोरोना से अब तक हुई मौत के आंकड़ों के अनुसार 50 फीसदी मौतें 60 साल से ऊपर उम्र के लोगों की हुई है और 37 प्रतिशत मौते 45 से 60 साल के उम्र के लोगों की हुई हैं। 11 प्रतिशत मौतें 26 से 44 साल के उम्र के लोगों की हुई है। वहीं, 1 प्रतिशत मौतें 18-25 साल के उम्र के लोगों को हुई है। और 1 प्रतिशत मौते ही 17 साल से कम उम्र के लोगों में दर्ज की गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक कोरोना से मरने वालों में पुरुषों का प्रतिशत अधिक है। मरने वालों में 68 प्रतिशत पुरुष हैं तो 38 प्रतिशत महिलाएं हैं।
मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता में केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि लॉक डाउन के समय से अब तक मृत्यु दर में काफी कमी आई है। पहले कोरोना से मरने वालों का प्रतिशत 3.36 था जो अब घटकर 2.10 प्रतिशत पर आ गया है। उन्होंने बताया कि देश का रिकवरी रेट भी सुधरा है। देश में कोरोना से ठीक हुए लोगों की संख्या एक्टिव मामले से दो गुना है।
10 राज्यों में देश का 82 प्रतिशत कोरोना के मामले
राजेश भूषण ने बताया कि कोरोना के कुल मामलों का 82 प्रतिशत मामले देश के 10 राज्यों में है। इसके अलावा देश देश के 50 जिलों में 66 प्रतिशत मामले हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना का संक्रमण देश के नए क्षेत्रों में फैल रहा है, लेकिन यह कुछ राज्यों तक सीमित भी है।
24 घंटे में 6.6 लाख टेस्ट किए गए
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि देश में टेस्टिंग की दर बढ़ी है। देश के 24 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में राष्ट्रीय औसत से ज्यादा टेस्टिंग हो रही है। भारत में प्रति 10 लाख लोगों में 15119 टेस्ट किए जा रहे हैं। देश में अब तक 2 करोड़ से ज्यादा टेस्टिंग हो चुकी है।
28 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से नीचे
देश में टेस्ट की संख्या बढ़ने से जहां नए मामलों की संख्या अधिक आ रही है वहीं, 28 राज्यों मे पॉजिटिविटी दर (यानि कुल टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने वालों की संख्या) 10 प्रतिशत से कम है। देश का प़ॉजिटिविटी दर 8.89 प्रतिशत है।