नई दिल्ली, 01 अक्टूबर (हि.स.)। आर्थिक मोर्चे पर सरकार को राहत मिलती नहीं दिख रही है। देश के आठ कोर सेक्टर्स की विकास दर में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक अगस्त महीने में आठ कोर सेक्टर्स की ग्रोथ में 0.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि जुलाई महीने में यह ग्रोथ 2.1 फीसदी थी। वहीं अगस्त 2018 में आठ कोर सेक्टर्स की विकास दर 4.7 फीसदी थी। सालभर के अंदर कोर सेक्टर की ग्रोथ दर में 90 फीसदी की गिरावट आई है। ताजा आंकड़ों के अनुसार कोर सेक्टर की आठ प्रमुख इंडस्ट्रीज का इंडेक्स 128.2 रहा है।
सरकार के लिए ये एक बड़ा झटका
दरअसल सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद उद्योगों की वृद्धि दर रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है। जुलाई में जहां आठ कोर सेक्टर की विकास दर 2.1 फीसदी थी, जिससे एक उम्मीद जगी थी कि इसमें आगे सुधार देखने को मिलेगी लेकिन अगस्त के आंकड़ों ने अर्थव्यवस्था को पूरी तरह झकझोर दिया है। जून महीने में आठ प्रमुख उद्योगों की ग्रोथ घटकर 0.2 फीसदी रही थी। आठ कोर सेक्टर में गिरावट की मुख्य वजह क्रूड ऑयल के दाम में उछाल और सीमेंट उत्पादन में सुस्ती बताई जा रही है।
उल्लेखनीय है कि आठ प्रमुख उद्योग में कोयला, क्रूड, ऑयल, नेचुरल गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स, फर्टिलाइजर्स, स्टील, सीमेंट और इलेक्ट्रिसिटी आते हैं। दरअसल इनकी भारत के कुल इंडस्ट्रियल आउटपुट (औद्योगिक उत्पादन) में करीब 40 फीसदी हिस्सेदारी होती है।