नेताजी के साथ क्या हुआ, यह देश को जानने का अधिकार : ममता

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‘1945 में आज ही के दिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस ताइवान में ताइहोकू एयरपोर्ट से एक विमान में सवार हुए थे। उसके बाद हमेशा के लिए लापता हो गए। आज तक हम नहीं जानते कि उनके साथ क्या हुआ?



कोलकाता, 18 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के लापता दिवस के मौके पर कहा है कि उनके साथ क्या हुआ, यह जानने का अधिकार देश के लोगों को है। रविवार सुबह मुख्यमंत्री ने इस बारे में ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ‘1945 में आज ही के दिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस ताइवान में ताइहोकू एयरपोर्ट से एक विमान में सवार हुए थे। उसके बाद हमेशा के लिए लापता हो गए। आज तक हम नहीं जानते कि उनके साथ क्या हुआ? देशवासियों को यह अधिकार है कि भारत के वीर पुत्र के साथ क्या हुआ इस बारे में जान सकें।’
नेताजी की मृत्यु को लेकर आज भी विवाद है। कहा जाता है कि 18 अगस्त 1945 को जब वह ताइहोकू एयरपोर्ट से विमान में सवार हुए तो आकाश में विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें उनकी मौत हो गई। जहां जापान में प्रतिवर्ष 18 अगस्त को उनका शहीद दिवस धूमधाम से मनाया जाता है वहीं भारत में रहने वाले उनके परिवार के लोगों का आज भी यह मानना है कि सुभाष की मौत 1945 में नहीं हुई। वे उसके बाद रूस में नज़रबन्द थे।
यदि ऐसा नहीं है तो भारत सरकार ने उनकी मृत्यु से सम्बंधित दस्तावेज़ अब तक सार्वजनिक क्यों नहीं किये?(यथा सभंव नेता जी की मौत नही हूई थी) 16 जनवरी 2014 (गुरुवार) को कलकत्ता हाई कोर्ट ने नेताजी के लापता होने के रहस्य से जुड़े खुफिया दस्तावेजों को सार्वजनिक करने की मांग वाली जनहित याचिका पर सुनवाई के लिये स्पेशल बेंच के गठन का आदेश दिया। आजाद हिंद सरकार के 75 साल पूर्ण होने पर इतिहास मे पहली बार साल 2018 मे नरेंद्र मोदी ने किसी प्रधानमंत्री के रूप में 15 अगस्त के अलावा लाल किले पर तिरंगा फहराया। 11 देशों की सरकारों ने इस सरकार को मान्यता दी थी।

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