बिहार : लगातार जारी है रेलवे लाइन के रास्ते परदेशियों के पैदल आने का सिलसिला

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बेगूसराय, 29 अप्रैल (हि.स.)। सरकार द्वारा प्रवासी लोगों को संबंधित शहर में रोकने के लाख प्रयास के बावजूद प्रवासी मजदूरों के पैदल आने का सिलसिला थम नहीं रहा है। हालांकि आ रहे मजदूरों को भोजन समेत अन्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए बेगूसराय में बड़ी संख्या में लोग तत्पर हैं। जिले की सीमा में बछवाड़ा में प्रवेश करते ही प्रभाकर कुमार राय के नेतृत्व में सेवा कार्य कर रही टीम इन लोगों को भोजन उपलब्ध करवा रहे हैं। बछवाड़ा प्रखंड के राजापुर के लोग कई दिनों से रेलवे ट्रैक से होकर गुजर रहे थके हारे मजदूरों का मदद कर रहे हैं।
बुधवार को भी राजेंद्र जी और राजापुर के युवकों ने गाजियाबाद, बलिया, गोरखपुर, बरेली समेत दूर-दूर से पदयात्रा कर रेलवे ट्रैक के रास्ते आ रहे मजदूरों के लिए भोजन और पानी की समुचित व्यवस्था करवाई। उन्होंने खुद वहां बैठकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पैकेट बंद भोजन का वितरण करवाया। प्रभाकर कुमार राय ने बताया कि इस रेलवे लाइन के रास्ते से प्रतिदिन 60 से 70 मजदूर गुजरते हैं। सभी लोगों के लिए पैकेट बंद भोजन की व्यवस्था राजापुर-सुरो के बीच रेलवे गुमटी पर किया गया है। सनातन धर्म में अन्न दान का बड़ा ही महत्व दिया गया है, भूखे को भोजन कराना बहुत ही पुण्य का काम होता है। इस उम्र में भी राजेन्द्र बाबू ने जो जज्वा दिखाया है वह दूसरों के लिए प्रेरणा का श्रोत हैं।
पैदल आ रहे प्रवासी मजदूरों का कहना है कि शहरों में काम बंद हो गया, मालिकों ने अपनी व्यवस्था खुद करने को कहा। लेकिन वहां पर रहने और खाने की कोई व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण हम लोग पैदल नहीं चल पड़े। सड़क से आने में रास्ता भटकने का भय रहता है लेकिन रेलवे लाइन के रास्ते आने पर रास्ते में जगह-जगह स्टेशन का नाम पढ़ते हुए हम लोग अपने घर की ओर बढ़ रहे हैं। इधर लगातार लोगों के बाहर से आने का सिलसिला जारी रहने के कारण प्रशासन भी अलर्ट मोड में है। डीएम अरविन्द कुमार वर्मा ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी को जिले में आने वाले व्यक्तियों की ट्रैकिंग एवं मॉनिटरिंग करते हुए ऐसे लोगों को स्कूल क्वारेन्टाइन में रखने का निर्देश दिया है।

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