ब्रिटेन में कंजर्वेटिव पार्टी को मिला स्पष्ट बहुमत, ब्रेक्सिट पर से ग्रहण हटेगा

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इस नतीजे के साथ अब ब्रिटेन का यूरोपीय संघ से अलग होने का रास्ता साफ हो गया है। यह जानकारी शुक्रवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।



लंदन, 13 दिसम्बर ( हि.स. )। ब्रिटेन में गुरुवार को हुए संसदीय चुनावों में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की कंजर्वेटिव पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिल गया है। इस नतीजे के साथ अब ब्रिटेन का यूरोपीय संघ से अलग होने का रास्ता साफ हो गया है। यह जानकारी शुक्रवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।

रिपोर्ट के मुताबिक, सिर्फ एक संसदीय क्षेत्र का नतीजा आना शेष रह गया है, लेकिन 620 सदस्यीय हाउस ऑफ कॉमन्स में कंजर्वेटिव पार्टी को 364 और लेबर पार्टी को 203, एसएनपी को 48, लिबरल डेमोक्रेट्स को 11 और डीयूपी को आठ सीटें मिली हैं। इसके अलावा ग्रीन पार्टी को और एलांस पार्टी को एक-एक सीटें मिली हैं। एक अन्य पार्टी एसडीएलपी को दो प्लेड सीमू को चार सीटें मिली हैं।

दरअसल, एब्रेक्सिट के मुद्दे पर कंजर्वेटिव पार्टी की यह सबसे बड़ी जीत है। साल 1987 में माग्रेट थैचर को इतनी बड़ी जीत मिली थी। इसके बाद साल 2019 में टोरीज को पहली बार इस तरह की जीत मिली है। पार्टी को बहुमत से 76 सीटें अधिक हैं जिसमें समर्थक पार्टियां भी शामिल हैं। लेबर पार्टी के नेता जर्मी कोर्बिन ने कहा है कि अब वह लेबर पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव नहीं लड़ेंगे।

प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि वह दिन रात काम कर मतदाताओं के विश्वास पर खरा उतरेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यह जनादेश ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से बाहर निकालने के लिए दिया गया है। अब कोई अगर मगर की गुंजाइश नहीं रही। प्रधानमंत्री जॉनसन ने कहा कि ब्रिटेन में नया सवेरा हुआ है।

विदित हो कि जॉनसन को अपने 20 सप्ताह के कार्यकाल में उन्हें संसद के भीतर और सड़कों पर राजनीतिक अस्त-व्यस्तता की की स्थिति से रू-ब-रू होना पड़ा। हालांकि वह देश के मतदाताओं को समझाने में सफल रहे जिसका नतीजा है कि समय से पहले हुएआम चुनावों में कंजर्वेटिव पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिला है।

उल्लेखनीय है कि साल 2016 में यूरोपीय संघ से अलग होने के मुद्दे पर ब्रिटेन में जनमत संग्रह कराया गया था जिसमें लोगों ने इसके पक्ष में मतदान किया था, लेकिन विपक्ष अपनी पराजय को पचा नहीं पाया। नतीजा है कि संसदीय प्रक्रिया के तहत ब्रेक्सिट के मुद्दे पर सत्ताधारी पार्टी की खूब फजीहत कराई गई। इस दौरान तीन प्रधानमंत्रियों को भी इस्तीफा देना पड़ा। लेकिन जब बोरिस जॉनसन ने सत्ता संभाली तो उन्होंने पासा पलट दिया है। वह समय से पूर्व चुनाव करा कर देश की जनता को एक बार फिर पक्ष बना दिया और परिणाम उनके पक्ष में आया है।

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, एक्जिट पोल में कंजर्वेटिव पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलने की बात कही गई थी । एक्जिट पोल में टोरीज को 368 सीटें और लेबर पार्टी को 203 सीटों पर सिमटने की बात कही गई और रुझान और से नतीजे भी इसी के अनुरूप मिले हैं।

इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा है कि ब्रेक्सिट के बाद ब्रिटेन अमेरिका के साथ अलग से व्यापार समझौता कर सकता है।

 


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