कांग्रेस ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को बताया निराशाजनक, राहुल के मोबाइल देखने पर भी दी सफाई
नई दिल्ली, 20 जून (हि.स.)। कांग्रेस ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के गुरुवार को संसद में दिए गए अभिभाषण को पूरी तरह ‘उदासीन’ और साधारण करार देते हुए इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयानों का दोहराव मात्र करार दिया है। भाषण के दौरान राहुल गांधी के मोबाइल देखने के आरोप को पार्टी ने बेबुनियाद करार देते हुए सफाई दी है कि राहुल हिंदी के कठिन शब्दों पर चर्चा कर रहे थे।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा लोकसभा में सदन के नेता अधीर रंजन चौधरी और लोकसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक के. सुरेश ने संसद भवन में मीडिया से बातचीत में कहा कि संबोधन में मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में किए गए अधूरे वादों का इसमें कोई जिक्र नहीं किया गया है। राष्ट्रपति के अभिभाषण में वादे तो बहुत से किये गए हैं, लेकिन सरकार के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो इनसे आवश्वस्त नहीं हुआ जा सकता। उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले पांच साल के दौरान अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया।
संसद के केंद्रीय कक्ष में लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को राष्ट्रपति के संबोधन के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मोबाइल पर व्यस्त दिखने की सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों पर पार्टी नेता आनंद शर्मा ने कहा कि राहुल और सोनिया गांधी हिंदी के कठिन शब्दों पर चर्चा कर रहे थे। ऐसे में यह आरोप लगाना भाजपा को शोभा नहीं देता।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के भाषण में निवेश की कमी और बेरोजगारी की समस्या का कोई जिक्र नहीं है, जबकि यह पिछले 45 साल की ऊंचाई पर है। उन्होंने कहा कि भाषण में सरकार को रोजगार सृजन का रोडमैप देना चाहिए था। अभिभाषण केवल लोकसभा चुनाव जीतने के बाद प्रधानमंत्री के बयान को दोहराता है।
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में मंदी आई और जीडीपी विफल रही है। कांग्रेस ने कहा कि सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का आश्वासन दे रही है, लेकिन विकास की जो गति है उसके लिहाज से 2045 तक भी किसानों की आय दोगुना नहीं की जा सकती है।
कांग्रेस नेता ने राष्ट्रपति के अभिभाषण में एक राष्ट्र एक चुनाव के मुद्दे को शामिल किये जाने को अनावश्यक करार देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में इस विषय को सर्वसम्मति से कई दलों ने खारिज कर दिया था।