लखनऊ, 26 दिसम्बर (हि.स.)। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी की स्थापना दिवस पर 28 दिसम्बर को लखनऊ आ सकती हैं। इसकी आधिकारिक घाेषणा तो नहीं हुई लेकिन पार्टी ने उनके आने की तैयारियां शुरू कर दी है। प्रियंका वाड्रा एनआरसी और सीएए के खिलाफ शांतिपूर्ण आंदोलन में शामिल होने वालों की हौसला अफजाई करेंगी।
कांग्रेस के पदाधिकारियों का कहना है कि अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे, जबकि प्रियंका गांधी वाड्रा के लखनऊ में रहने की संभावना है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि एनआरसी के मुद्दे पर जन आंदोलन के कारण केंद्र सरकार ने अपने कदम पीछे खींचे हैं।
पार्टी हाईकमान का मानना है कि इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाने पर मुस्लिम वर्ग में कांग्रेस की पैठ बढ़ी है। साथ ही हिन्दुओं के उदार वर्ग का भी समर्थन मिलने की संभावना है। इस कारण इसको ठंडा नहीं होने देना है। मामला उठाने से ही केंद्र सरकार ने अपना रुख भी तात्कालिक तौर पर बदला है। इस कारण कार्यकर्ताओं को समझाया जाएगा कि वे एनआरसी और सीएए के मुद्दे पर कांग्रेस के रुख से जन-जन को अवगत कराएं। इससे मुस्लिमों में दोबारा पैठ बनाने में मदद मिलेगी।
पार्टी हाईकमान का मानना है कि इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाने पर मुस्लिम वर्ग में कांग्रेस की पैठ बढ़ी है। साथ ही हिन्दुओं के उदार वर्ग का भी समर्थन मिलने की संभावना है। इस कारण इसको ठंडा नहीं होने देना है। मामला उठाने से ही केंद्र सरकार ने अपना रुख भी तात्कालिक तौर पर बदला है। इस कारण कार्यकर्ताओं को समझाया जाएगा कि वे एनआरसी और सीएए के मुद्दे पर कांग्रेस के रुख से जन-जन को अवगत कराएं। इससे मुस्लिमों में दोबारा पैठ बनाने में मदद मिलेगी।
इसी वजह से स्थापना दिवस कार्यक्रम में प्रियंका गांधी उन कार्यकर्ताओं व नेताओं की भी हौसला अफजाई करेंगी, जिन्होंने इन दोनों मुद्दों पर पुलिस का दमन सहते हुए शांतिपूर्ण आंदोलनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। हालांकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि अभी तक कोई कार्यक्रम तय नहीं हुआ है। अब आगे तय होता है कि नहीं, इसके संदर्भ में फिलहाल कुछ बताया नहीं जा सकता।