नई दिल्ली, 01 जून (हि.स.)। कांग्रेस ने लोकसभा में विपक्ष के नेता का मुद्दा सरकार पर छोड़ दिया है। पार्टी का मानना है कि उसे तय मानक से कम सीटें मिली हैं और वह सरकार से इस पद की मांग नहीं करेगी।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला पार्टी मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि हमें लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद हासिल करने के लिए आवश्यक 54 सीटों की जगह 52 सीटें मिली हैं। कांग्रेस तय मानकों के तहत विपक्ष के नेता का पद हासिल करने से दो संख्या कम रही है। यह सरकार पर निर्भर हैं कि वह विपक्ष के नेता का पद लोकसभा में सबसे बड़ी पार्टी को दे या न दे। कांग्रेस पार्टी इसको लेकर कोई मांग सरकार से नहीं रखेगी।
उल्लेखनीय है कि संसद में विपक्ष के नेता का पद हासिल करने के लिए किसी पार्टी को सदन की कुल संख्या जो वर्तमान में 542 है का 10 प्रतिशत हासिल करना अनिवार्य है। इसका अर्थ है कि विपक्ष के नेता का पद हासिल करने के लिए कांग्रेस के पास 54 सांसद होने चाहिए। इससे पहले भी लोकसभा में विपक्ष के पास आवश्यक संख्या नहीं रही थी लेकिन सरकार ने अपनी तरफ से यह पद दिया। कांग्रेस पार्टी ने पिछले लोकसभा चुनाव में 44 सीटें हासिल की थीं। उस समय सरकार ने कांग्रेस को विपक्ष का नेता पद देने से इनकार कर दिया था।
वहीं आज कांग्रेस संसदीय दल के नेता का भी चुनाव हुआ। सोनिया गांधी को राज्यसभा और लोकसभा के कांग्रेस पार्टी के सांसदों ने अपना नेता चुन लिया। अब सोनिया गांधी आगे राज्यसभा और लोकसभा में पार्टी के नेता के नाम तय करेंगी। पार्टी प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा कि जब ऐसा हो जाएगा। पार्टी की ओर से मीडिया को आधिकारिक सूचना दी जाएगी।