नई दिल्ली, 20 जुलाई (हि.स.)। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन पर राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित देशभर के बड़े नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने शोक संदेश में कहा कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और एक वरिष्ठ राजनेता शीला दीक्षित के निधन के बारे में जानकर दु:ख हुआ। उनका कार्यकाल राजधानी दिल्ली के लिए महत्वपूर्ण परिवर्तन का दौर था, जिसके लिए उन्हें याद किया जाएगा। उनके परिवार व सहयोगियों के प्रति शोक-संवेदनाएं। उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि वह कुशल प्रशासक थीं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी उनकी मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके साथ मुलाकात की एक तस्वीर साझा करते हुए कहा है कि वह एक प्रभावशाली एवं मिलनसार व्यक्तित्व की धनी थीं। दिल्ली के विकास में उनका उल्लेखनीय योगदान रहा है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शीला दीक्षित को पार्टी की ‘प्यारी बेटी’ की संज्ञा देते हुए उनके साथ करीबी और व्यक्तिगत जुड़ाव का जिक्र किया है। उन्होंने कहा है कि एक कठिन दौर में शीला दीक्षित ने तीन बार मुख्यमंत्री रहते हुए दिल्लीवासियों की निस्वार्थ भाव से सेवा की है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि उनके निधन से देश ने एक समर्पित कांग्रेस जननेता खो दिया है। तीन बार मुख्यमंत्री रहते हुए उनका दिल्ली के विकास में किया गया योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि दिल्ली और देश के लिए उनका योगदान लोग हमेशा याद रखेंगे। वह कांग्रेस की एक बड़ी नेता थीं। पार्टी और देश की राजनीति में उनका योगदान बहुत बड़ा है।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष एवं गृहमंत्री अमित शाह ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि शीला दीक्षित को पार्टी लाइन से ऊपर उठकर सम्मान मिलता रहा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उनके निधन की खबर बेहद दुखद है। यह दिल्ली के लिए एक अपूर्णीय क्षति है और उनका दिल्ली के विकास में योगदान हमेशा याद किया जाता रहेगा। दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी का कहना है कि हाल ही में उन्होंने उनसे मुलाकात की थी। शीलाजी ने उनका एक मां की तरह स्वागत किया था। दिल्ली उन्हें सदैव याद करती रहेगी।