कटिहार, 03 नवम्बर (हि.स.)। जीवित देवताओं और जल धाराओं के साथ लोक आस्था के महापर्व छठ का रविवार सुबह उगते सूर्य देवता को अर्घ्य देने के साथ समापन हो गया। गुरुवार को नहाय-खाये के साथ उपासना शुरू करने वाले व्रतियों ने व्रत तोड़ा। …और इसी साथ ही चार दिनों से चला आ रहा छठ महापर्व विदा हो गया।
पर्व के समापन की पूर्व संध्या पर शनिवार शाम अस्ताचलगामी भास्कर भगवान को छठ व्रतियों ने अर्घ्य दिया। छठव्रतियों और श्रद्धालुओं की सुबह से ही नदियों, तालाबों और पोखरों के घाटों पर भीड़ रही।
कटिहार जिले में गंगा, महानंदा और कोशी नदी से लेकर विभिन्न तालाबों पर अर्घ्य को लेकर विशेष घाटों की व्यवस्था की गई। इस बार जिले में करीब 350 घाटों पर छठ पूजा का आयोजन हुआ। जिला प्रशासन ने शहर के करीब एक दर्जन अतिसंवेदनशील घाटों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। छठ व्रत के शांति से सम्पन्न होने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली है। कोई भी मनचला एवं उचक्का हरकत नहीं कर पाया। पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने सुरक्षा प्रबंधों पर निगरानी रखी।