इतिहास के पन्नों मेंः 10 अगस्त

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शास्त्रीय संगीत के मर्मज्ञ का जन्मः आधुनिक भारत में शास्त्रीय संगीत के पुनर्जागरण के अग्रदूत पंडित विष्णु नारायण भातखंडे का जन्म हुआ। बंबई प्रांत के बालकेश्वर नामक गांव में 10 अगस्त 1860 को पैदा हुए भातखंडे हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के विद्वान थे। बाल्यावस्था से ही संगीत के प्रति उनकी मेधा को देखते हुए माता-पिता ने उनकी अच्छी शिक्षा की व्यवस्था की। साथ ही बंबई आकर उन्होंने गायक उत्तेजन मंडल में संगीत की शिक्षा प्राप्त की।

उन्होंने संगीत के विकास के लिए देश के तमाम हिस्सों की यात्रा की, जिसकी शुरुआत 1907 में उनकी दक्षिण भारत की एतिहासिक यात्रा से हुई। इस सिलसिले में कई नगरों में विद्वानों, मठों, मंदिरों, संग्रहालयों सहित तमाम स्थानों पर संगीत चर्चा में वे सम्मिलित हुए। इन स्थानों पर हस्तलिखित संगीत ग्रंथों का अध्ययन और संयोजन किया। इसके बाद उन्होंने विजयनगरम, हैदराबाद, जगन्नाथपुरी, नागपुर और कलकत्ता, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की ऐसी ही संगीत यात्राएं कीं।

देशभर के राजकीय, देसी राज्यांतर्गत, संस्थागत संग्रहालयों में संगीत ग्रंथों की खोज और उनके नामों का अपने ग्रंथों में प्रकाशन किया। भातखंडे ने भारतीय शास्त्रीय संगीत के विकास के लिए भातखंडे संगीत-शास्त्र की रचना की और शास्त्रीय संगीत से जुड़ी संस्थाओं और शिक्षा केंद्रों की स्थापना की। इसके साथ ही उन्होंने संगीत पर प्रथम आधुनिक टीका भी लिखी। संगीत शास्त्र पर हिंदुस्तानी संगीत पद्धति नाम ग्रंथ चार भागों में प्रकाशित किया। ध्रुपद, धमार और ख्यात का संग्रह कर क्रमिकपुस्तकमालिका नामक ग्रंथ छह खंडों में प्रकाशित किया। 19 सितंबर 1936 को तीन साल की लंबी बीमारी के बाद भारतीय शास्त्रीय संगीत के इस महान विद्वान का निधन हो गया।

अन्य अहम घटनाएंः

1809ः इक्वाडोर को स्पेन से स्वतंत्रता मिली।

1822ः सीरिया में विनाशकारी भूकंप ने 20 हजार लोगों की जान ली।

1894ः देश के चौथे राष्ट्रपति वी.वी. गिरी का जन्म।

1977ः झंडा गीत विजय विश्व तिरंगा प्यारा के रचयिता श्यामलाल गुप्त पार्षद का निधन।

1980ः भारत की पहली महिला संगीतकार मानी जाने वाली सरस्वती देवी का निधन।

1995ः सुप्रसिद्ध व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई का निधन।


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