24 नवंबर इतिहास के पन्नों में
मध्यमवर्ग का हंसोड़ नायक: हृषिकेश मुखर्जी की बहुत चर्चित फिल्म ‘गोलमाल’ के नायक रामप्रसाद लक्ष्मणप्रसाद को भला कौन भूल सकता है। चेहरे से मासूम लेकिन अपने बॉस उत्पल दत्त को चकमा देने वाला अमोल पालेकर का दोहरा किरदार, दर्शकों को हंसाता और गुदगुदाता है। यह तत्कालीन मध्यवर्ग के नौजवानों का प्रतिनिधित्व करता है। अभिनय की अपनी यात्रा में अमोल पालेकर ने आम आदमी के रूप में ऐसी खास पहचान बनायी, जिसे आज भी उनके चाहने वाले शिद्दत से याद करते हैं।
24 नवंबर 1944 को पैदा हुए अभिनेता और निर्देशक अमोल पालेकर ने हिंदी के साथ-साथ मराठी फिल्मों में भी उल्लेखनीय योगदान दिया।अमोल पालेकर ने मुंबई के सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स से पढ़ाई की और यहीं से थियेटर का उनका सफर शुरू हुआ। नामचीन निर्देशक सत्यदेव दुबे के साथ उन्होंने मराठी थियेटर में कई प्रयोग किये।
अमोल पालेकर ने मराठी फिल्मों से शुरुआत की और बासु चटर्जी के निर्देशन में बनी रजनीगंधा (1974) उनकी पहली हिंदी फिल्म थी। उनकी अधिकतर फिल्मों का किरदार आम नौजवान की मनोदशा को बेहतर ढंग से सामने लाने के लिए याद किया जाता है। उनकी यादगार फिल्मों में गोलमाल, नरम-गरम, घरौंदा, चितचोर, बातों-बातों में, श्रीमान-श्रीमती, छोटी-सी बात जैसी फिल्में शामिल हैं। फिल्म ‘गोलमाल’ के लिए उन्हें फिल्म फेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अभिनय के साथ-साथ उन्होंने फिल्म निर्देशक के रूप में कच्ची धूप, नकाब और पहेली जैसी कई अच्छी फिल्में बनायीं।
अन्य अहम घटनाएं:
1881: प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी सर छोटूराम का जन्म।
1963: महाराष्ट्र के दूसरे मुख्यमंत्री मारोतराव कन्नमवार का निधन।
1961: अंग्रेजी की लेखिका अरुंधती राय का जन्म।
1955: इंग्लैंड के पूर्व टेस्ट कप्तान एवं गेंदबाज इयान बॉथम का जन्म।
2019: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता कैलाशचंद्र जोशी का निधन।
2020: शिया धर्मगुरु कल्बे सादिक का निधन।