16 नवंबर इतिहास के पन्नों में
समुंदर का सिकंदरः एक ही कैलेंडर वर्ष में पांच अलग-अलग महाद्वीपों के पांच अलग-अलग समुद्रों को तैर कर पार करने वाले महान भारतीय तैराक मिहिर सेन का जन्म 16 नवंबर 1930 को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में हुआ। उनके पिता डॉ. रमेश सेन गुप्ता फिजीशियन थे। ओडिशा से कानून की पढ़ाई के बाद मिहिर सेन वकालत के लिए इंग्लैंड गए। वहीं उन्होंने इंग्लिश चैनल पार करने वाली एक महिला तैराक के बारे में पढ़ा तो ऐसी दिलचस्पी पैदा हुई कि उन्होंने भी ऐसा कर गुजरने की ठान ली। आखिरकार उन्होंने ऐसा कर भी दिखाया। वे 27 सितंबर 1958 को 45 मिनट में इंग्लिश चैनल पार करने वाले पहले भारतीय और पहले एशियाई तैराक बने।
इस सफलता से रातोंरात उनकी कीर्ति फैल गयी। इसके वर्षों बाद उनकी बेटी सुप्रिया सेन ने एक लेख में बताया कि उनके पिता मिहिर सेन ने इस सफलता को लेकर क्या कहा था- ‘जब मुझे अपने पैरों के नीचे ठोस चट्टान महसूस हुई तो वह अलग अहसास था। मेरा गला रुंध गया और खुशी के आंसू मेरी आंखों में उमड़ पड़े। केवल मुझे पता था कि मैं अपने पैरों के नीचे धरती को महसूस करने के लिए किस पीड़ा से गुजरा। मां पृथ्वी कभी इतनी सुरक्षित, इतनी मोहक महसूस नहीं हुई। यह एक यात्रा का अंत था, एक लंबी और अकेली तीर्थयात्रा।’
मिहिर सेन बेहद राष्ट्रवादी नौजवान थे, जो यूरोप को भारतीयों की मेधा से अवगत कराना चाहते थे। इसी वजह से वे तैराकी में कई और अविश्वनीय कीर्तिमान स्थापित करते हुए 1966 में एक ही कैलेंडर वर्ष में पांच अलग-अलग महाद्वीपों के पांच समुंदरों को पार किया। उन्होंने 6 अप्रैल 1966 को 25 घंटे और 44 मिनट में श्रीलंका के तलाईमन्नार से भारत के धनुषकोटि तक तैराकी की। फिर 24 अगस्त 1966 को 8 घंटे एक मिनट में स्पेन और मोरक्को के बीच जिब्राल्टर डार-ई-डेनियल को पार किया। ऐसा करने वाले वे पहले एशियाई बने। उसी साल 12 सितंबर को डारडेनेल्स को पार कर वे विश्व के ऐसे प्रथम तैराक बने। फिर 21 सितंबर को उन्होंने वास्फोरस को तैरकर पार किया। पांचवी सफलता में उन्होंने 29 अक्टूबर 1966 को पनामा कैनाल को लंबाई में 34 घंटे 15 मिनट तैरकर पार किया।
मिहिर सेन ने कुल मिलाकर 600 किलोमीटर की समुद्री यात्रा कर कीर्तिमान बनाया। उनका नाम गिनीज बुक में दर्ज है।भारत सरकार ने उन्हें 1959 में पद्मश्री से सम्मानित किया। हालांकि याददाश्त चले जाने के कारण आखिरी दिनों में काफी कष्टपूर्ण जीवन जीने वाले मिहिर सेन का 11 जून 1997 को कोलकाता में 67 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।
अन्य अहम घटनाएं:
1857: महान वीरांगना ऊदा देवी का जन्म।
1907: कथक के प्रसिद्ध गुरु व नर्तक शंभू महाराज का जन्म।
1915: सुप्रसिद्ध भारतीय क्रांतिकारी करतार सिंह सराभा का जन्म।
1927: फिल्म अभिनेता और रंगमंच के दिग्गज कलाकार रहे श्रीराम लागू का जन्म।
1945: विश्व भर के सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण करने वाले संगठन यूनेस्को का गठन।
1973: भारत के सुप्रसिद्ध बैडमिंटन खिलाड़ी पुलेला गोपीचंद का जन्म।
1988: बेनजीर भुट्टो पाकिस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं।