मुख्यमंत्री योगी आज जाएंगे नोएडा, कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर करेंगे समीक्षा
लखनऊ, 30 मार्च (हि.स.)। नोएडा में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों को गम्भीरता से लेने के बाद अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं स्थिति का जायजा लेने के लिए वहां जा रहे हैं। मुख्यमंत्री आज सोमवार को दोपहर नोएडा के दौरे पर जाएंगे।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि मुख्यमंत्री वहां कोरोना वायरस के मद्देनजर किये जा रहे सुरक्षा इंतजामों और चिकित्सीय सेवाओं को लेकर पश्चिमी यूपी की समीक्षा करेंगे।
प्रदेश में नोएडा में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या है। स्थिति को नियंत्रण करने और व्यवस्थाओं को परखने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर रविवार को ही प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे को तत्काल हेलिकॉप्टर नोएडा भेजा गया। वहीं गाजियाबाद और नोएडा की स्थिति को देखते हुए एक वरिष्ठ अधिकारी डाॅ. ए.पी. चतुर्वेदी को इन सारी स्थिति पर निगरानी और मुस्तैदी से काम करवाने के लिए एक महीने के लिए वहां तैनात किया गया है। दोनों ही जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कोरोना वायरस से सम्बंधित सभी प्रकरणों के बारे में उन्हें रिपार्ट करेंगे।
इसके बाद अब मुख्यमंत्री आज स्वयं जाकर वहां वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा का हालात का जायजा लेंगे। प्रदेश सरकार की कोशिश है कि एनसीआर में कोरोना वायरस के बढ़ रहे मामलों को कम किया जाए और इसे लेकर किए जा रहे सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन हो। नोएडा में कोरोना के संक्रमण के फैलाव के लिए वहां की सीजफायर कंपनी सबसे बड़ी वजह बनकर सामने आयी है।
यहां कोरोना वायरस से ग्रसित अधिकांश लोग कम्पनी से सम्बन्धित हैं। इस कंपनी में ब्रिटेन का एक अधिकारी आया था। वह बैठक के बाद लौट गया लेकिन उसके संपर्क में आकर कंपनी के कई कर्मचारी और उनके परिवारीजन समेत 13 लोग संक्रमित हो चुके हैं। प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक राज्य सरकार शुरुआत से ही मामले को बेहद गम्भीरता से ले रही है और तुरन्त सुरक्षा उपायों पर अमल कर दिया गया। जहां भी पाॅजिटिव केस आ रहे हैं या जो उनके काॅन्टैक्ट्स में हैं, उन्हें भी क्वारंटाइन किया जा रहा है।
वहीं नोएडा में मकान मालिकों से दिहाड़ी मजदूरों तथा दैनिक वेतन भोगी कर्मियों से एक माह का किराया नहीं लेने को भी कहा गया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं यूपी में जो भी बसें आ रही हैं, उसके सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी। जिलाधिकारियों को हिदायत दी गई है कि अगर स्क्रीनिंग में कोई केस संदिग्ध पाया जाता है तो उसको अस्पताल में आइसोलेट किया जाएगा। जिनमें कोई लक्षण नहीं होगा, उनको वहीं पर अलग फैसिलिटी में सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए अन्य स्कूलों, धर्मशालाओं आदि में ‘फैसिलिटी क्वारंटाइन’ किया जाएगा। ये लोग समय पूरा होने पर ही अपने गांव या घर को जा सकेंगे।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में अभी तक मुख्यमंत्री एक अंधविश्वास के कारण नोएडा जाने से परहेज करते रहे हैं। उन्हें अपनी कुर्सी जाने का डर सताता रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री योगी कई बार विकास कार्यों के मद्देनजर नोएडा का दौरा करते रहे हैं। वहीं इस बार कोरोना वायरस की वैश्विक आपदा के मद्देनजर एक बार फिर वह जनता के हित में वहां पहुंच रहे हैं।