मुख्यमंत्री योगी बने दिव्यांगों के सहारा,चार साल में दो लाख नए दिव्यांगों को अनुदान

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उप्र में 11 लाख से अधिक हुई दिव्यांग लाभार्थियों की संख्या



लखनऊ, 29 जनवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार गरीबों, बेसहारों और निराश्रितों के अलावा दिव्यांगों के हितों के लिए भी युद्धस्तर पर काम कर रही है। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता का कहना है कि पिछले चार वर्षों में दो लाख नए दिव्यांगों को अनुदान मुहैया कराया गया।
प्रवक्ता के अनुसार प्रदेश की योगी सरकार दिव्यांगो के लिए भी समर्पित है। उन्होंने बताया कि जो दिव्यांग वर्ष 2017 के पहले सरकारी योजनाओं में पात्र होने के बाद भी लाभ नहीं ले पा रहे थे, योगी सरकार ने उनके लिए जगह-जगह कैंप लगाकर योजनाओं का लाभ पहुंचाया। साथ ही जिले के दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी को एक महीने में दिव्यांगों के मामलों का निस्तारण करने का निर्देश दिया। इसके चलते महज तीन सालों में ही अनुदान पाने वाले दिव्यांगों की संख्या 11 लाख के पार हो गई।
दिव्यांगजन एवं सशक्तीकरण विभाग विशेष सचिव अजित कुमार ने बताया कि प्रदेश में दिव्यांग भरण पोषण अनुदान योजना से कुल 11,02,028 लोगों को पेंशन दी जा रही है। बीते तीन सालों में 2 लाख 67 हजार 39 नए दिव्यांग इस योजना से जुड़ चुके हैं।
अब छह के बजाय एक माह में सत्यापन
प्रवक्ता ने बताया कि योगी सरकार आने से पहले योजना का लाभ पाने के लिए दिव्यांगों को 6-6 महीने तक भटकना पड़ता था। पहले विकास खंड व तहसील स्तर के बाद जिले के दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी के पास आवेदन का सत्यापन करने के लिए तीन चरण से गुजरना पड़ता था। इन सबसे करीब छह माह का वक्त लग जाता था। योगी सरकार ने तीन चरणों की बाध्यता खत्म कर एक महीने में ही सत्यापन करने की जिम्मेदारी जिले के दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी को दे दी।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा जो भी दिव्यांग योजना को ऑनलाइन आवेदन करने में सक्षम नहीं उनका आवदेन जिले के अधिकारियों को करने की जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही जिन्होंने ऑनलाइन आवेदन कर दिया है उन्हें हार्डकॉपी देने से छूट दी गई। इन सबसे दिव्यांगों को भागदौड़ से मुक्ति तो मिली ही साथ ही योजनाओं से जुड़ने में तेजी आई।
300 से 500 रुपये हुई अनुदान की राशि
दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग निदेशक अनूप कुमार ने बताया कि दिव्यांगों को दिए जाने वाले अनुदान को योगी सरकार ने बढ़ा दिया है। 2017 के पहले जहां उन्हें महज 300 रूपये मिलते थे वहीं उन्हें अब 500 रूपये प्राप्त हो रहे हैं।
योजना से जोड़ने में पूर्वांचल के जिले टाप पर
प्रवक्ता ने आगे बताया कि बीते तीन सालों में अनुदान योजना से नए दिव्यांगों को जोड़ने के मामले में पूर्वांचल के जिले शीर्ष पर हैं। इसमें प्रतापगढ़ में सर्वाधिक 10,966 दिव्यांगों को योजना से जोड़ा गया है। इसके बाद खीरी में 9,260, आजमगढ़ में 9,217, जौनपुर में 7,949 व प्रयागराज में 7,534 लाभार्थी जोड़े गए हैं।
उन्होंने दावा किया कि योगी सरकार में दिव्यांगों को न सिर्फ योजना का लाभ मिल रहा बल्कि सम्मान भी मिल रहा है। यूपी दिवस के मौके पर प्रदेश के दिव्यांग खिलाड़ियों को प्रदेश का सर्वोच्च खेल सम्मान मिला। इस अवसर पर खिलाड़ियों को लक्ष्मण व लक्ष्मीबाई सम्मान से नवाजा गया।

 


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