लखनऊ, 03 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब एक और नया रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं। अब वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में एक बार में सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का कीर्तिमान बनाएंगे।
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की बड़ी जीत के बाद योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की सत्ता संभाली और 19 मार्च 2017 को प्रदेश के 21वें मुख्यमन्त्री पद की शपथ ली। करीब एक पखवारे बाद उनके कार्यकाल के तीन वर्ष गुजर जाएंगे।
उत्तर प्रदेश के इतिहास में योगी आदित्यनाथ समेत अब तक भाजपा के चार मुख्यमंत्री रहे हैं। योगी से पहले कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह और राम प्रकाश गुप्ता भी यहां मुख्यमंत्री पद का दायित्व संभाल चुके हैं। हालांकि, कल्याण सिंह को दो बार मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला लेकिन इनमें से कोई भी एक बार में तीन वर्ष का कार्यकाल नहीं बिता सका। योगी आदित्यनाथ उप्र में भाजपा सरकार के पहले ऐसे मुख्यमंत्री होंगे जिन्हें एक बार में तीन वर्ष तक सत्ता संभालने का अवसर मिल रहा है।
प्रदेश में पहली बार भाजपा की सरकार वर्ष 1991 में बनी और कल्याण सिंह ने 24 जून, 1991 को राज्य के 16वें मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। अयोध्या में राम जन्मभूमि के तत्कालीन विवादित ढांचा के विध्वंस के बाद उन्होंने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुये 6 दिसम्बर 1992 को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया था। इस तरह कल्याण सिंह पहली बाद करीब डेढ़ वर्ष तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। इसके बाद 21 सितम्बर, 1997 को कल्याण सिंह दोबारा उप्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लिए और 12 नवम्बर, 1999 तक कुर्सी पर बने रहे। इस बार करीब दो साल तक वह सत्ता में रहे।
इसके बाद भाजपा के ही राम प्रकाश गुप्ता ने 12 नवम्बर, 1999 से 28 अक्टूबर, 2000 तक प्रदेश की सत्ता संभाली और मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बामुश्किल एक साल रह पाये। फिर भाजपा के वरिष्ठ नेता और वर्तमान में देश के रक्षा मेंत्री राजनाथ सिंह 28 अक्टूबर, 2000 से 08 मार्च, 2002 तक इस प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। उनका भी कार्यकाल करीब डेढ़ साल तक रहा। इस तरह 18 मार्च को योगी आदित्यनाथ अपने कार्यकाल का जब तीन वर्ष पूरा कर रहे होंगे तो उनके नाम के साथ भाजपा की सरकार में एक बार में सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री बने रहने कीर्तिमान जुड़ेगा।
वैसे योगी जबसे मुख्यमंत्री बने हैं उनकी सरकार लगातार कई मामलों में विश्व कीर्तिमान बना रही है। हाल ही में 29 फरवरी को संगम नगरी प्रयागराज में दिव्यांगजनों व बुजुर्गों के उपकरण वितरण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में उप्र के नाम तीन विश्व रिकार्ड जुड़े। लंदन से आई गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने जब इन कीर्तिमानों का प्रमाण पत्र मुख्यमंत्री योगी को दिया तो उन्होंने उसे प्रधानमंत्री मोदी को सुपुर्द कर दिया।
इससे पूर्व पिछले वर्ष प्रयागराज में ही चार विश्व रिकार्ड बन चुके थे। प्रयाग कुम्भ मेले के दौरान तो तीन दिन में तीन रिकार्ड बने थे। इनमें पहला 28 फरवरी 2019 को 500 से अधिक शटल बसों के एक साथ संचालन का विश्व रिकार्ड बना था। दूसरा 01 मार्च 2019 को कुम्भ मेला क्षेत्र में सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक 7664 लोगों ने दीवार पर हाथ की छाप छोड़कर विश्व कीर्तिमान बनाया था। इसी तरह 02 मार्च 2019 को एक साथ 10 हजार सफाई कर्मियों ने तीन मिनट तक लगातार सफाई कर नया रिकार्ड बनाया था, जो किसी के पास नहीं था। इसके बाद 10 अगस्त 2019 को योगी सरकार ने प्रयागराज में ही चैथा विश्व रिकार्ड पर्यावरण संरक्षण और हरियाली के रास्ते बनाया। इसमें एक स्थान से सात घंटे में 66 हजार पौध बांटने का विश्व कीर्तिमान बना था।
इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में राम नगरी अयोध्या भी विश्व कीर्तिमान की साक्षी बनी। राज्य सरकार द्वारा 26 अक्टूबर, 2019 को वहां आयोजित दीपोत्सव में 6 लाख से ज्यादा दीपों को प्रज्जवलित किया गया। राम की पैड़ी पर 4 लाख 10 हजार और 11 अन्य स्थलों पर दो लाख से अधिक दीप प्रज्जवलित किए गए, जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया।