लखनऊ, 10 जून (हि.स.)। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बेहतर चिकित्सा इंतजामों के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन दिनों अपना सरकारी जहाज स्वास्थ्य महकमे को सौंप रखा है। बुधवार को गोवा से 14 ट्रूनेट मशीनें लेकर मुख्यमंत्री का विमान लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा। इन मशीनों को राज्य के 14 मेडिकल कॉलेजों में स्थापित किया जाएगा, जिससे कोविड-19 परीक्षण में तेजी आ सकेगी।
प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक प्रदेश के कई जनपदों के अस्पतालों में अब ट्रू-नेट मशीनें स्थापित होने से इनके जरिए भी कोरोना नूमनों की जांच की जाने लगी है। मंगलवार को एक दिन में अभी तक की सर्वाधिक 13,264 कोरोना नमूनों की जांच की गई। सभी जनपदों में एक-एक ट्रूनेट मशीन उपलब्ध करायी जा रही है। पहले चरण में 20 जनपदों को ये मशीनें उपलब्ध करायी गई थीं। इसके बाद से लगातार इन्हें विभिन्न जनपदों में मुहैया कराया जा रहा है। इन मशीनों को लाने में मुख्यमंत्री के सरकारी विमान का इस्तेमाल किया जा रहा है।
इन मशीनों के जरिए एक से डेढ़ घंटे में किसी व्यक्ति के कोरोना संक्रमित होने का पता लगाया जा सकता है। इनमें एक बार में एक से अधिक नूमनों की जांच की जा सकती है। इसके साथ ही ट्रू-नेट मशीनों की वजह से नॉन कोविड केयर में भी काफी मदद मिलती है। आपातकालीन सेवाओं में ये मशीनें बेहद मददगार साबित होती हैं। प्रदेश में पहली बार स्वास्थ्य उपकरणों को लाने के लिए राजकीय विमान का प्रयोग किया जा रहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक ट्रूनेट मशीनों की अहमियत को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी ने 1 जून को राजकीय विमान गोवा भेजा था जहां से 21 मशीनें प्रदेश में आई थीं।
लॉकडाउन के कारण जब ट्रेनों का संचालन बन्द था, तब भी मुख्यमंत्री ने विगत 7 अप्रैल को सरकारी विमान बेंगलुरु भेजा था और वहां से 150 ए स्टार फॉर्टिट्यूड किट-2.0 मंगवाए थे। कोरोना संकट काल में राजकीय विमान से आवश्यक स्वास्थ्य उपकरण मंगाने से समय की भी बचत हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी 75 जनपदों में 15 जून तक ट्रूनैट मशीनों को कार्यशील करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के सम्बन्ध में शीघ्रता से टेस्टिंग परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रदेश सरकार ने प्राथमिकता पर ट्रूनैट मशीनें उपलब्ध कराई हैं। उन्होंने टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि के लिए सतत प्रयास किए जाने पर बल दिया है।