लखनऊ, 26 दिसम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे सम्बन्धी कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर प्रारम्भ किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे के निर्माण से बलिया क्षेत्र का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होगा।
इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से बलिया क्षेत्र, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के माध्यम से लखनऊ, आगरा एवं दिल्ली तक त्वरित तथा सुगम यातायात काॅरिडोर से जुड़ जाएगा। इससे बलिया क्षेत्र के औद्योगीकरण का भी मार्ग प्रशस्त होगा।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को यहां अपने सरकारी आवास पर बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण देखने को दौरान ये निर्देश दिए। उन्होंने बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर सहमति प्रदान करते हुए कार्य प्रारम्भ किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे परियोजना से आच्छादित क्षेत्रों के सामाजिक व आर्थिक विकास होगा। साथ ही, कृषि, वाणिज्य, पर्यटन, हस्तशिल्प, स्थानीय उद्योगों आदि को बढ़ावा मिलेगा तथा रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक्सप्रेस-वे के निकट इण्डस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान आदि की स्थापना के अवसर सुलभ होंगे। बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों, भण्डारण गृह, मण्डी तथा दुग्ध उत्पादन इकाइयों की स्थापना हेतु एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा। एक्सप्रेस-वे के निर्माण से परियोजना आच्छादित क्षेत्रों में पर्यटन के विकास को बल मिलेगा। साथ ही, प्रदेश के पूर्वी क्षेत्रों का सर्वांगीण एवं चहुंमुखी विकास सम्भव हो सकेगा।
इस दौरान यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए कहा कि बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे 4-लेन (एक्सपैण्डेबल टु 6-लेन) प्रवेश नियंत्रित ग्रीनफील्ड परियोजना होगी। इस परियोजना से गाजीपुर और बलिया सहित पूर्वांचल के अन्य क्षेत्र लाभान्वित होंगे।