रांची, 27 अप्रैल ( हि.स.)। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के आग्रह पर उन्हें 58 टन ऑक्सीजन भेजी है। कोरोना संक्रमण के कारण दिल्ली की हालत बहुत ही ज्यादा खराब है क्योंकि अभी तक दिल्ली में ऑक्सीजन की पूर्ति नहीं हो पाई है। ऐसे में झारखंड सरकार ने अपने तरफ से मदद करते हुए दिल्ली के लोगों को बड़ी राहत पहुंचाने का काम किया है।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अपने आवासीय कार्यालय से लिंडे इंडिया लिमिटेड के चार लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंकर को ऑनलाइन फ्लैग ऑफ कर जमशेदपुर से दिल्ली के लिए रवाना किया। मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वैश्विक महामारी के दौर में पूरे देश में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी है। हम सभी के लिए यह सौभाग्य की बात है कि आज हम अपने राज्य के साथ-साथ दूसरे राज्यों को भी मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में सक्षम हो पाए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सदियों से झारखंड के संसाधनों से दूसरे राज्य लाभान्वित होते रहे हैं। आज झारखंड के लिए गौरव की बात है कि वर्तमान समय में अमृतरूपी मेडिकल ऑक्सीजन की व्यवस्था करने में दूसरे राज्यों को हम सहयोग कर पा रहे हैं। राज्य में लिंडे इंडिया लिमिटेड, एयरवाटर, सेल आदि कई कंपनियां हैं, जो देश में मेडिकल ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए आगे बढ़ी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे राज्य से ट्रेन,सड़क मार्ग आदि के माध्यम से देश के विभिन्न शहरों में ऑक्सीजन सप्लाई का कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वैश्विक महामारी के दौर में सभी को जीने का अधिकार है। सभी लोगों को हमें एक समान देखना है।
हेमंत सोरेन ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए वहां के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पत्राचार के माध्यम से झारखंड सरकार के साथ संपर्क कर मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई के लिए आग्रह किया है।आज भारत सरकार की अनुमति से दिल्लीवासी एवं दिल्ली में रहने वाले झारखंडवासियों की जीवन रक्षा के लिए हमलोगों ने मेडिकल ऑक्सीजन उपलब्ध कराने का पुनीत कार्य किया है। आज हम सभी को यह एहसास हो रहा है कि ऑक्सीजन सिर्फ इंसान के लिए ही नहीं, बल्कि उद्योग जगत में कार्यरत मशीनों के लिए भी महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर सरकार हर क्षेत्र में पैनी नजर बना रखी है। स्वास्थ्य सुविधाओं में उपयोग होने वाले सभी महत्वपूर्ण उपकरणों की उपलब्धता हेतु सरकार निरंतर प्रयासरत है।
जियो और जीने दो की नीति से चल रही हमारी सरकार-
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार “जियो और जीने दो” के उद्देश्य से कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में पूर्वी सिंहभूम जिले के बर्मामाइंस स्थित लिंडे इंडिया लिमिटेड द्वारा देश की राजधानी दिल्ली के लिए 58 टन मेडिकल ऑक्सीजन भेजने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार झारखंडवासियों के जीवन की रक्षा करते हुए अन्य राज्यों के लोगों के लिए भी मेडिकल ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर सहानुभूति रखती है। वर्तमान में लिंडे इंडिया लिमिटेड द्वारा प्रतिदिन लगभग 200 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन देश के विभिन्न राज्यों में आपूर्ति की जा रही है। लिंडे इंडिया लिमिटेड के झारखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार, दिल्ली सहित अन्य जगहों के स्थानीय प्लांट से वहां के अस्पतालों में आवश्यकतानुसार लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है। लिंडे इंडिया लिमिटेड देश में मेडिकल ऑक्सीजन की अधिक से अधिक आपूर्ति के लिए हर संभव प्रयासरत है।
उपायुक्त ने जिले में चल रही स्वास्थ्य सुविधाओं की दी जानकारी-
मौके पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने पूर्वी सिंहभूम जिला के उपायुक्त सूरज कुमार से जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज, ऑक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था, ऑक्सीजन रिफलिंग की व्यवस्था, कोविड सर्किट के उपयोग इत्यादि सहित अन्य विषयों की जानकारी ली। उपायुक्त ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि वर्तमान में जिले में 900 ऑक्सीजनयुक्त बेड है। आने वाले दिनों में और ऑक्सीजनयुक्त बेड बढ़ाने की कार्य योजना जिला प्रशासन द्वारा तैयार की गई है। पूर्वी सिंहभूम जिले में स्थापित कोविड सर्किट का लाभ मरीजों को मिलना प्रारंभ हो गया है।
मुख्यमंत्री से वेंटिलेटर उपलब्ध कराने का आग्रह-
इस मौके पर उपस्थित विधायक मंगल कालिंदी एवं विधायक संजीव सरदार से मुख्यमंत्री ने उनके क्षेत्र में चल रहे स्वास्थ्य सुविधाओं के संबंध में पूछा। दोनों विधायकों ने अपने अपने क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री से वेंटिलेटर की संख्या बढ़ाने का आग्रह किया। विधायकों ने मुख्यमंत्री के समक्ष कहा कि इस संक्रमण की घड़ी में मरीजों के उपचार के लिए वेंटिलेटर की आवश्यकता अधिक महसूस की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में लोगों के जीवन की रक्षा के लिए सरकार वेंटिलेटर बढ़ाने का हर संभव प्रयास कर रही है। सरकार का यह भी प्रयास है कि राज्य में मेडिकल ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो, ताकि प्रारंभिक उपचार में ही मरीजों को ठीक किया जा सके और उन्हें वेंटिलेटर पर जाने की नौबत न आए। इसके लिए उन्होंने लोगों को जागरूक करने की आवशयकता पर बल दिया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय से मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, नगर विकास सचिव विनय कुमार चौबे एवं जमशेदपुर से उपायुक्त सूरज कुमार, लिंडे इंडिया लिमिटेड के सीनियर मैनेजर अभिजीत, लॉजिस्टिक इंचार्ज संतोष कुमार भगत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।