पटना, 15 जनवरी (हि.स.) । इंडिगो स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, उन्हें जल्द पकड़ लिया जाएगा। एक-एक चीज की जांच चल रही है। मुझे पुलिस पर पूरा भरोसा है। सीएम ने यह भी कहा कि बिहार अपराध के मामले में देश में 23वें नंबर पर है। जो अपराध करते हैं, उन्हें निश्चित रूप से पकड़ा जाता है। पत्रकारों ने बिहार में अपराध से जुड़े एक के बाद एक कई सवाल सीएम से किये। इन सवालों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या आप जंगलराज को भूल गए हैं?
मुख्यमंत्री ने राजद पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वर्ष, 2005 के पहले पति-पत्नी के राज में काफी हिंसा और अपराध होते थे। नीतीश कुमार ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें अगर किसी अपराध की जानकारी मिलती है तो डीजीपी को बताएं। इसपर पत्रकारों ने कहा कि डीजीपी साहब फोन नहीं उठाते हैं। रूपेश सिंह हत्याकांड के चौथे दिन भी पुलिस के हाथ खाली हैं। वारदात को अंजाम देने वाले न तो एक भी शूटर पकड़े जा सके हैं और न ही हत्या के पीछे का अहम कारण ही स्पष्ट हो सका है। जांच व शूटरों की गिरफ्तारी में जुटी एसटीएफ और एसआईटी सिर्फ छापेमारी, कॉल डिटेल, व्हाट्सएप मैसेज, टावर डंप, सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने के साथ ही अलग-अलग जगहों से शक के आधार पर उठाए गए 15 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ कर रही है।
पुलिस अफसरों की उड़ गई है नींद
इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर को बीते मंगलवार की शाम 7 बजकर 15 मिनट पर गोलियों से भून दिया गया था। इस वारदात को लेकर पुलिस अफसरों की नींद उड़ गई है। गुरुवार की शाम सवा सात बजे तक घटना को हुए कुल 48 घंटे बीत गए लेकिन पुलिस का कोई अधिकारी कुछ बोलने की स्थिति में नहीं था। शास्त्रीनगर थानेदार से लेकर एसएसपी तक का यही कहना था कि जांच की जा रही है। अभी न तो शूटर चिह्नित हो सके हैं और न ही हत्या के पीछे रहे कारण का सटीक क्लू ही मिल सका है। संपत्ति, ठेकेदारी, सहकर्मियों से रंजिश, राजनीतिक साजिश समेत कई अहम बिन्दुओं पर जांच की जा रही है।
टावर डंप में मिले सात से अधिक नंबरों की जांच
पुलिस सूत्रों की मानें तो घटना के बाद मैनेजर के मोबाइल की कॉल डिटेल और टावर डंप में मिले करीब दो हजार नंबरों को पुलिस ट्रेस कर चुकी है। टावर डंप में 7 ऐसे नंबर मिले हैं, जिस पर पुलिस को शक है। इनमें एक नंबर ईस्ट यूपी बार्डर से सटे गोपालगंज व दूसरा मुंगेर प्रमंडल से जुड़ा पाया गया है। इन नंबरों से घटना के तार तो नहीं जुड़े हैं, पुलिस यह जानने की कोशिश में जुटी है। सूत्रों की मानें तो जिन संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है, उसमें पटना के राजाबाजार का भी एक शातिर शामिल है।