पटना, 20 मार्च (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना की अभी वैसी स्थिति नहीं है कि स्कूलों को बंद किया जाय। अभी स्कूल खुले रहेंगे और बच्चों की पढ़ाई जारी रहेगी। स्कूलों में भी जरूरी सुविधाओं का ख्याल रखा जाय।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बिहार के लोग पूरे देश में रहते हैं। होली के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से लोग बिहार वापस आयेंगे। उन्होंने निर्देश दिया कि रेलगाड़ियों, बस और हवाई मार्ग से बाहर से आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखनी जरूरी है। इसको लेकर रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों एवं हवाईअड्डों पर आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच सुनिश्चित करें। बाहर से आने वाले लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री की भी जानकारी रखें। साथ ही उनके सम्पर्क में आने वाले लोगों को भी सचेत करें।
सीएम नीतीश ने कहा कि कोरोना की कम से कम 70 प्रतिशत जांच आरटीपीसीआर होनी चाहिए।आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट 24 घंटे के अन्दर मिल जानी चाहिए। इसमें देरी नहीं होनी चाहिए। किसी पर्व, उत्सव या आयोजना में सीमित संख्या में ही लोग शामिल हों, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि कोरोना टीकाकरण की रफ्तार को और बढ़ायें।
उन्होंने कहा कि सभी हेल्थ वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और पुलिसकर्मियों का टीकाकरण तेजी से करायें। इससे कोई भी वंचित न रहे। सभी पेंशनधारियों का भी टीकाकरण अवश्य करवायें। अस्पतालों में इलाज करने वाले डॉक्टर एवं स्वास्थ्यकर्मी कोरोना गाइडलाइन का पालन करें। सभी पदाधिकारी परिस्थितियां का रिव्यू कर सिर्फ डाइरेक्शन ही नहीं दे बल्कि उसे क्रियान्वित भी करायें।
मुख्ममंत्री ने कहा कि लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति सचेत रहने की जरूरत है। सभी लोग कोरोना गाइडलाइन का पालन करें एवं मास्क का प्रयोग अवश्य करें। बैठक में शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय सहित सभी जिलों के डीएम और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।