लॉकडाउन के संकेत केजरीवाल ने दिए,दिल्ली में कोरोना बेकाबू

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आवश्यक दवाओं और इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों पर होगी सख्ती दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन आधी रात को पहुंचे एलएनजेपी अस्पताल दिल्ली में अब कोरोना मरीजों की जांच रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर मिलेगी 



नई दिल्ली, 18 अप्रैल (हि.स.)। राजधानी दिल्ली में हर दिन कोरोना संक्रमण का नया रिकॉर्ड बनता जा रहा है। बीते 24 घंटे में कोरोना के रिकॉर्ड 24,375 नए केस मिले हैं जबकि 167 संक्रमितों की मौत हुई है। इस समय राजधानी में सक्रिय 69799 मामले हैं जबकि सकारात्मकता दर 24.5 फीसदी है। इन हालातों के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने माना है कि दिल्ली में ऑक्सीजन और रेमडिसिवर इंजेक्शन की कमी होने लगी है। ऐसी भयावाह स्थिति के मद्देनजर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दोबारा लॉकडाउन लगाने के संकेत दिए हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन आधी रात को स्थिति का जायजा लेने एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे।
 
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि आज मैंने अधिकारियों के साथ लम्बी परिचर्चा की है। दिल्ली में मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं जिसके कारण ऑक्सीजन से लेकर रेमडेसिवीर सभी की कमी होने लगी है। दिल्ली में कोरोना पॉजिटिव केस 24 हजार से भी ऊपर चले गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी हेल्थ स्ट्रक्चर की एक सीमा है दिल्ली के अस्पतालों की भी एक सीमा है। जिस तेजी से कोरोना बढ़ रहा है, उससे इस बारे में किसी को जानकारी नहीं है कि कोरोना संक्रमण का उच्चतम स्तर कहां तक पहुंचेगा। मैंने देश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन जी से भी बात करके जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने की मांग की है।
 
मुख्यमंत्री ने इस दौरान दिल्ली की जनता को बधाई दी कि वो कर्फ्यू के नियमों का पालन सही से कर रहे हैं लेकिन इस बीच उन्होंने इशारों-इशारों में ये भी साफ कर दिया कि अगर आगे दिल्ली के हालात ठीक नहीं होते हैं तो हम और कड़े फैसले ले सकते हैं। मुख्यमंत्री ने इस बात के भी संकेत दिए कि जरूरत पड़ने पर दिल्ली में कुछ दिनों का लॉकडाउन भी लगाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि मुझे पता है कि दिल्ली की जनता हमारे हर फैसले में जैसे साथ देती है, वैसा इस बार भी देगी। 
 
केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने सख्त फरमान जारी किया है, जिससे दिल्ली में अब कोरोना मरीजों की जांच रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर मिलेगी। मरीजों को जल्द से जल्द इलाज और कोरोना पर अंकुश लगाने के लिए इसके संबंध में निर्देश दिए गए हैं। सरकार ने निर्देश दिए हैं कि कोरोना की जांच रिपोर्ट में देरी नहीं होनी चाहिए। केजरीवाल सरकार की ओर से लैब लिंकिंग को रिवाइज किया जाएगा। यदि कहीं से जांच रिपोर्ट देरी से मिल रही है तो वहां सैंपल कम भेजा जाएगा। सरकार का कहना है कि दिल्ली में प्रतिदिन एक लाख से ज्यादा टेस्टिंग की जा रही है। दिल्ली में दो प्रकार से टेस्टिंग की जा रही है। रैपिड टेस्टिंग की आधे घंटे में ही रिपोर्ट मिल जाती है। कोरोना के लक्षण होने के बावजूद रैपिड टेस्ट में संक्रमण नहीं पाए जाने पर दोबारा आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाता है।
 
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को अधिकारियों के साथ कोरोना को लेकर कई अहम बैठकें की जिसमें उन्होंने दिल्ली में कोरोना की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाने के आदेश दिए। बैठक के बाद केजरीवाल ने दिल्ली में कोरोना की वर्तमान स्थिति को साझा किया। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने उन दुकानदारों पर कार्रवाई करने को कहा है जो कोरोना से जुड़ी आवश्यक दवाओं और इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ने उन लैबों पर भी कार्रवाई करने की बात कही है जो अपनी क्षमता से ज्यादा सैंपल ले रहे हैं और उसकी रिपोर्ट देने में देरी कर रहे हैं। इस वजह से लोगों के इलाज में देरी हो रही है। 
 

 


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