कमलनाथ बोले, माफिया के सहयोग से सरकार अस्थिर करने वाली ताकतें सफल नहीं होंंगी
भोपाल, 10 मार्च (हि.स.)। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि मैंने अपना समूचा सार्वजनिक जीवन जनता की सेवा के लिए समर्पित किया है। मेरे लिए सरकार होने का अर्थ सत्ता की भूख नहीं, जन सेवा का पवित्र उद्देश्य है। पंद्रह वर्षों तक भाजपा ने सत्ता को सेवा का नहीं, भोग का साधन बनाए रखा था वो आज भी अनैतिक तरीके से मध्यप्रदेश की सरकार को अस्थिर करना चाहती है। सौदेबाजी की राजनीति मध्यप्रदेश के हितों के साथ कुठाराघात है।
उन्होंने अपने मंत्रिमंडल के सामूहिक इस्तीफे के बाद कहा कि 15 साल में भाजपा के राज में हर क्षेत्र में माफिया समानांतर सरकार बन गया था। प्रदेश की जनता त्रस्त थी और उसने माफिया रूप से छुटकारा पाने के लिए कांग्रेस को सत्ता सौंपी। मैंने जनता की अपेक्षा पर माफिया के खिलाफ अभियान चलाया। माफिया के सहयोग से भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस की सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सौदेबाजी की राजनीति से किसी दल या प्रदेश और जनता को कोई फायदा नहीं होता। इसके उलट अहित होता है।
श्री नाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मेरा लक्ष्य था कि मध्यप्रदेश की नई पहचान पूरे देश और दुनिया में बने। इससे प्रदेश के लोगों नौजवानों का हित जुड़ा है। भाजपा सिर्फ़ और सिर्फ़ सत्ता की भूखी है। उसे प्रदेश के नागरिकों और उसके विकास से कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने कहा कि भूमाफिया से त्रस्त जनता को हमने राहत दिलाई, नकली दवाईयांं, नकली खाद बेचकर लाभ कमाकर अमानवीय व्यवसाय में लगे माफिया के खिलाफ हमने अभियान चलाया। लोगों को प्रतिदिन उपयोग में आने वाली वस्तुएंं शुद्ध मिले इसके लिए ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान चलाया। ये वही लोग है जो पिछले 15 साल में भारतीय जनता पार्टी के राज में पनपे और उनका संरक्षण पाकर पोषित हुए। रेत माफिया ने तो भाजपा राज में 15 हजार करोड़ का डाका मध्यप्रदेश के राजस्व पर डाला। मेरे मुख्यमंत्री बनने के बाद रेत माफिया की भी कमर टूट गई। नापाक इरादे रखने वाले लोगों को यह रास नहीं आया। भाजपा माफिया के हाथ का खिलौना बन गई है।
अपनी एक साल की सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कमल नाथ ने कहा कि इंदिरा गांधी गृह ज्योति योजना में बिजली बिल कम करके मध्यम वर्गीय परिवारों को राहत पहुंंचाना, 23 लाख किसानों की कर्ज माफी निरंतर जारी है, निवेश के लिए विश्वास का वातावरण पैदा करने, प्रदेश के युवा बेरोजगारों को रोजगार दिलाने, बुजुर्गों को पेंशन, गरीब कन्या की विवाह की राशि में वृद्धि जैसे ऐतिहासिक निर्णय लेने के अलावा जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप शासन प्रशासन की एक नई कार्य संस्कृति प्रदेश में विकसित की। कम समय में एतिहासिक सफलताएंं भी मिली। कई प्रयासों के परिणाम भी सामने आना शुरू हो गए थे। माफिया राज के कारण भाजपा मध्यप्रदेश को उस स्थान पर नहीं ले पाई जिसकी लोगों को उम्मीद थी। जाहिर है कि भाजपा का जनाधार खिसकना शुरू हो गया था। भारतीय जनता पार्टी ने पिछले माहो में सात राज्यों में अपनी सरकार गवा दी। इससे बौखलाकर कांग्रेस सरकार को 5 साल पूरा न करने देने की कुत्सित और घिनौनी कोशिशे पहले दिन से ही शुरू हो गई थी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता का विश्वास और उनका प्रेम मेरी सबसे बड़ी शक्ति है। जनता की जनता के द्वारा बनाई गई सरकार को किसी भी कीमत पर अस्थिर करने वाली ताकतों को सफल नहीं होने दूंंगा। मेरी कोशिश है कि मध्यप्रदेश की पहचान व्यापम, ई-टेंडर जैसे भ्रष्टाचार, कुपोषण, बच्चों की मृत्यु दर या बलात्कार से न होकर देश के विकसित राज्य के रूप में हो। गंभीर आर्थिक बदहाली में मध्यप्रदेश को भाजपा सरकार छोड़ कर गई थी, उसमें कोई सरकार चलाने का साहस भी नहीं कर सकता था। मगर मैंने हिम्मत के साथ एक तरफ़ किसान कर्ज माफी प्रारंभ की, दूसरी ओर निवेश आकर्षित किया और प्रदेश को विकास की पटरी पर ले कर आया।
इस दौरान कमलनाथ का यह भी कहना था कि मैंने हमेशा मूल्यों की राजनीति की है। उससे मैं कभी समझौता नहीं कर सकता। भाजपा मध्यप्रदेश के भविष्य के साथ भी धोखा कर रही है और प्रदेश के विकास की असीम संभावनाओं को भी आघात पहुंंचा रही है।