पटना,22 मई (हि.स.) । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बाहर से आए सभी लोगों को बिहार में ही काम दिया जाएगा । उन्होंने इसके लिए अधिकारयों को निर्देश भी दिया और कहा कि इच्छुक लोगों को जॉब कॉर्ड बनाया जाए। सभी को उनके स्किल के अनुरुप रोजगार उपलब्ध कराएं। श्रमिकों के स्किल के अनुरुप नए उद्योगों को बढ़ावा दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि पेवर ब्लॉक उद्योग की बिहार में असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जल-जीवन-हरियाली, हर घर पक्की गली-नाली एवं अन्य योजनान्तर्गत किए जा रहे कार्यों में पेवर ब्लॉक का इस्तेमाल करें। जीविका से भी जोड़कर लोगों को रोजगार दें। मुख्यमंत्री ने प्रवासियों से कहा कि बिहार में ही रहिए। अपने श्रमबल एवं स्किल का यहीं उपयोग यहीं कीजिए। आप सभी लोग बिहार के विकास में भागीदार बनें।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को एक अणे मार्ग स्थित नेक संवाद में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न क्वारंटाइन केंद्रों पर चलायी जा रही व्यवस्थाओं का डिजिटल निरीक्षण एवं अवलोकन किया। इसके बाद अधिकारियों को यह निर्देश दिया। उन्होंने 10 जिलों के 20 क्वारंटाइन केंद्रों पर दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली।उन्होंने क्वारंटाइन केंद्रों में शौचालय, पेयजल, रसोईघर, लोगों के रहने की व्यवस्था एवं केंद्रों की साफ -सफाई का मुख्यमंत्री ने बारीकी से अवलोकन किया। उन्हें 10 जिलों के जिलाधिकारियों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से क्वारंटाइन केंद्रों की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। सेंटर पर कितने कमरे हैं, कितने लोग वहां आवासित हैं, शौचालय की संख्या, परिसर की समुचित साफ सफाई, रसोईघर की स्थिति तथा वहां कार्य करने वाले लोगों की संख्या, स्नानागार, पेयजल की व्यवस्था आदि के संबंध में जानकारी दी। सभी सेंटरों पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरों को भी दिखाया गया।
मुख्यमंत्री ने बेगूसराय के मध्य विद्यालय, मोहनपुर के केंद्र पर रांची से आयी प्रवासी से बातचीत के दौरान पूछा कि वह कब आयी, वहां क्या करती थी, यहां कितने दिनों से है। इस सेंटर पर की गई व्यवस्थाओं के बारे में भी उससे जानकारी ली। प्रवासी महिला ने बताया कि केंद्र पर तीन समय भोजन मिलता है। किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। मच्छरदानी, बिछावन के अलावा , बरतन, साबुन, कपड़े एवं अन्य जरुरी सामान भी दिए गए हैं।
पश्चिम चंपारण के बाल सुधार गृह बेतिया के केंद्र पर गुरुग्राम से आए रामबली ने बातचीत के दौरान बताया कि वे पेवर ब्लॉक के बेहतर कारीगर हैं और वे इस सेंटर पर पेवर ब्लॉक बना रहे हैं। अब तक इस सेंटर पर 7 हजार पेवर ब्लॉक बनाए जा चुके हैं। इस सेंटर पर अन्य प्रवासी मास्क भी बना रहे हैं।
पूर्वी चंपारण के राम अय़ोध्या सिंह कॉलेज, पकड़ीदयाल के सेंटर पर गुड़गांव से आयी महिला से बातचीत कर मुख्यमंत्री ने उन्हें मिल रही सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। प्रवासी महिला ने बताया कि वह गुड़गांव में सिलाई का काम करती थी।
गया के एस.एन.सिन्हा कॉलेज टेकारी के केंद्र पर मुख्यमंत्री ने सूरत से आयी महिला से बातचीत करते हुए पूछा कि वह इस सेंटर पर कब आयीं और सूरत में क्या करती थी और केंद्र पर उन्हें क्या-क्या सुविधाएं मिल रही हैं। महिला ने जवाब देते हुए कहा कि यहां उन्हें सारी सुविधाएं मिल रही हैं । किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। वे सूरत में सिलाई का काम करती थीं।
मधुबनी जिले के पोल स्टार स्कूल रहिका ब्लॉक में हैदराबाद से आए एक प्रवासी श्रमिक ने मुख्यमंत्री से बातचीत करते हुए बताया कि वे वहां होटल कुक का काम करते थे और कई तरह के कॉन्टीनेंटल फूड बनाते हैं। इस सेंटर पर उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है।
सीतामढ़ी के कमला गर्ल्स हाई स्कूल, दुमा के केंद्र पर महाराष्ट्र के कल्याण से आए प्रवासी श्रमिक ने बताया कि वह वहां सिलाई का काम करता था । इस केंद्र पर उन्हें तीनों समय ठीक ढंग से भोजन मिलता है और उन्हें दूध भी मिलता है, किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। वह 17 मई को यहां आयी है।
शिवहर के सोनुल सुल्तान हाई स्कूल, पुरनहिया के केंद्र पर लुधियाना से आयी महिला ने मुख्यमंत्री को बताया कि वह सिलाई-कढ़ाई का काम करती थी। इस केंद्र पर सभी प्रकार की सुविधाएं उन्हें मिल रही हैं ।
दरभंगा के देल्ही पब्लिक स्कूल सेंटर पर मुंबई से आए एक श्रमिक ने बताया कि वह वहां ड्राइवर का काम करता था । यहां आने पर उस्की मेडिकल जांच करायी गयी और सेंटर पर क्वारंटाईन रहने के दौरान खाने-पीने के साथ-साथ अन्य सारी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं।
रोहतास जिले के सरयोदा विद्यालय ,नोखा में सूरत से आयी प्रवासी महिला ने बताया कि वह वहां साड़ी की कंपनी में काम करती थी। इस केंद्र पर आने के बाद उन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हो रही है और सारी सुविधाएं मिल रही हैं।
पूर्णिया जिले के श्रीनगर के डाइट टीचर ट्रेनिंग स्कूल पर बने ब्लॉक क्वारेंटाइन केंद्र पर बैंगलोर से आए श्रमिक ने बताया कि वह वहां कॉन्ट्रेक्टर का काम करता था और इस केंद्र पर आने के बाद उन्हें सभी प्रकार की सुविधाएं मिल रही हैं।
मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान वहां पर रह रहे लोगों से अपील की कि सभी को क्वारंटाइन केंद्र पर रहना जरुरी है। यही सभी लोगों के हित में है, सभी लोग सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करें। कोरोना से बचाव का यही प्रभावी उपाय है।
क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासियों ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर वहां की गई व्यवस्थाओं को सराहा। सभी ने कहा कि उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं और वे लोग बिहार में ही रह कर काम करना चाहते हैं।
बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे। जबकि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से 10 जिलों के जिलाधिकारी विभिन्न ब्लॉक क्वारंटाइन केंद्र से जुड़े थे।