पटना, 28 अप्रैल (हि.स.) । बिहार में कोरोना का संकट दिनोंदिन गहराता जा रहा है। राजधानी पटना में बेलीरोड स्थित बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) कार्यालय के पीछे मिले एक कोरोना पोजिटिव ने पटना के जिला प्रशासन की नींद उड़ा दी है क्योंकि इस कोरोना मरीज के कारण एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सरकारी आवास भी अब रेड जोन में आ गया है। पटना के बीपीएससी कार्यालय के पीछे चतुर्थ वर्ग के कर्मियों के सरकारी आवास हैं। इसी इलाके से सोमवार को कोरोना का एक पॉजिटिव मरीज पाया गया है जिसके बाद रात भर जिला प्रशासन की नींद उड़ी रही। दरअसल, यह इलाका मुख्यमंत्री आवास के बिल्कुल सटा हुआ है। मुख्यमंत्री आवास से इस इलाके की दूरी महज 500 मीटर है और इसीलिए रात भर इस पूरे इलाके की स्कैनिंग की गई है। राजधानी पटना के बेली रोड से सटे सर्कुलर रोड, स्टैंड रोड और देशरत्न राजेंद्र प्रसाद पथ एक बेहद हाई प्रोफाइल जोन है। इसी इलाके में मुख्यमंत्री के सरकारी आवास से लेकर राजभवन और तमाम मंत्रियों के साथ-साथ राज्य के आला अधिकारियों के सरकारी आवास भी हैं लेकिन इसी इलाके में कुछ चतुर्थवर्गीय कर्मियों के आवास भी हैं। साथ ही साथ समीप में स्लम एरिया भी बना हुआ है। अब राजधानी का यह इलाका जिला प्रशासन के लिए सरदर्द साबित हो रहा है। बीपीएससी कार्यालय के पीछे एक कोरोना पॉजिटिव मरीज का पाया जाना इस बेहद हाई प्रोफाइल जोन को रेड जोन में बदल रहा है। इस पूरे इलाके को जिला प्रशासन ने सील कर दिया है। पटना के डीएम कुमार रवि और एसपी उपेंद्र शर्मा ने देर रात में बीपीएससी के पीछे वाले इलाके का निरीक्षण किया और वहां लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी है। अब मुख्यमंत्री आवास सहित इन सभी इलाकों में मंगलवार को मैन टू मैन स्कैनिंग शुरू कर दी गई है। लोगों का सैंपल टेस्ट भी लिया जाएगा। मंगलवार की सुबह से ही पटना नगर निगम ने सैनिटाइजेशन का काम शुरू कर दिया है। पटना के सिविल सर्जन को हाउस टू हाउस सर्वे करने का निर्देश दिया गया है। आपको बता दें कि पटना एयरपोर्ट वाले संक्रमण के चेन से बीपीएससी के पीछे पॉजिटिव केस सामने आया है।