सिंगरौली, 01 मार्च (हि.स.)। मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में रविवार को तड़के एनटीपीसी की कोयला ले जाने वाली दो मालगाड़ियों की आमने-सामने की जोरदार भिड़ंत हो गई। इस हादसे में मालगाड़ियों के तीन लोको पायलटों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य कर्मचारी घायल हो गए हैं। हादसा इतना भीषण था कि इंजन समेत कई डिब्बे क्षतिग्रस्त हो गए। बैढऩे थाना क्षेत्र के गनियारी के पास हुई इस घटना में रेलवे अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। जांच के बाद जिम्मेदारों पर कार्रवाई की बात कही जा रही है। रेलवे ने इस हादसे में करोड़ों रुपये के नुकसान की आशंका जताई है।
बैढऩ थाना क्षेत्र अंतर्गत एनटीपीसी रिहंद के लिए एक मालगाड़ी कोयला लेकर जा रही थी, जबकि दूसरी मालगाड़ी वहां से खाली लौट रही थी। दोनों मालगाडिय़ों की रफ्तार बहुत तेज थी। गनियारी-एनटीपीसी मार्ग पर मयार ब्रिज के पास रविवार को सुबह करीब पांच बजे दोनों ट्रनें एक ही ट्रैैक पर आमने-सामने जाने से टकरा गईंं। टक्कर के बाद दोनों मालगाडिय़ों के कई डिब्बे पटरी से उतर गए। दोनों मालगाडिय़ों में लोको पायलट इंजनों में अंदर ही फंस गए। सूचना मिलने के बाद मौके पर सीआईएसएफ, एसडीएम और पुलिस भी पहुंच गई और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। इंजनों में फंसे रेल कर्मियों को बाहर निकाला गया। तब तक इनमें तीन लोको पायलटों की मौत हो चुकी थी। मृतकों में दो लोको पायलट चुर्क चुनार निवासी और एक करौंटी निवासी बताया जा रहा है। दो अन्य कर्मचारी घायल हैं, जिन्हें सिंगरौली के जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
ट्रेन के इंजन समेत कई डिब्बे क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। मौके पर एनटीपीसी के अधिकारी के साथ-साथ सीएसपी देवेश कुमार, बैढऩ थाना टीआई अरुण पाण्डेय, नवानगर टीआई यूपी सिंह, विन्ध्यनगर थाना टीआई राघवेन्द्र द्विवेदी, जयंत चौकी प्रभारी महेंद्र पटेल समेत मय फोर्स के साथ घटनास्थल पर मौजूद हैं। इस रेलवे ट्रैक का उपयोग कोयला लाने-ले जाने वाली मालगाडिय़ों के लिए ही होता है। इसमें रेल कंट्रोल विभाग की लापरवाही भी सामने आ रही है कि एक ही रेल ट्रैक पर दो मालगाडिय़ों को कैसे जाने दिया गया।