एनसीआर का जिम कार्बेट हैं गाजियाबाद का सिटी फोरेस्ट
गाजियाबाद, 11 जून (हि.स.)। यदि आप दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में रहते हैं और गर्मियों की छुट्टियों में देहरादून के जिम कार्बेट पार्क या किसी अन्य पर्यटन स्थल पर जाने की योजना बना रहे हैं तो थोड़ा जरा सोच लें। कारण गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने हिंडन नदी के तट पर लगभग 175 एकड़ भूमि को विकसित कर उस पर जिम कार्बेट की तर्ज पर सिटी फोरेस्ट के नाम से पर्यटन स्थल तैयार किया है जिसमें बच्चों से लेकर युवाओं और बुजुर्गों के लिए मनोरंजन के लिए तमाम साधन उपलब्ध हैं।
खास बात यह है कि इस पर्यटन स्थल पर आप खुद व अपने परिजनों के साथ हॉर्स राइडिंग, बोटिंग का लुत्फ़ उठा सकते हैं। आम पर्यटकों की जेब का ख्याल रखते हुए सैलानियों के लिए न्यूनतम शुल्क निर्धारित किये गए हैं। यहां मात्र 50 रुपये का टोकन लेना होगा। सिटी फोरेस्ट में भ्रमण के लिए अफ्रीकन सफारी की तर्ज पर ओपन जिप्सी की व्यवस्था फोरेस्ट मानकों के मुताबिक की गई है जिसका शुल्क मात्र 100 रुपये है। इतना ही नहीं यहां पर बच्चों के लिए विशेष रूप से एडवेंचर जोन, किड्स जोन, डक जोन व रैबिट जोन तैयार किये गए हैं। दुर्लभ प्रजाति के विभिन्न नस्ल के पक्षी जैसे गौरेय्या, मोर, तीतर, कोयल, कलर कौवे यहां आकर्षण का केंद्र हैं। सिटी फारेस्ट के घने जंगलों में सफारी सवारी के दौरान यदा-कदा ये दुर्लभ जानवर भी स्वतंत्र रूप से देखने को मिल जाते हैं।
महाभारत काल से यहां 25 एकड़ में फैला पर्वत नुमा टीला है जिसे सौर ऊर्जा की लाइट्स और विभिन्न जाति के पौधों से सजाया गया है जिसे देखकर हर आयु का व्यक्ति गदगद हो जाता है। ख़ासकर जिस समय यहां एलईडी लाइट्स चमकती हैं तो पहाड़ों के रिहायशी इलाकों की याद दिलाती हैं। इसके अलावा ऐतिहासिक हरनंदी (हिंडन) को निहारने के लिए फ्रंट रिवर विकसित किया गया है जिस पर चढ़कर बहती नदी का नजारा देखा जा सकता है। यहां पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त हैं। यहां पर सैलानियों की सुरक्षा पर नजर रखने के लिए करीब एक दर्जन गगनचुम्बी वॉच टावर हैं जिस पर सुरक्षा कर्मी पल-पल की नजर रखते हैं।
जीडीए के वरिष्ठ उद्यान निरीक्षक गोविन्द सिंह के मुताबिक सैलानियों के लिए सिटी फोरेस्ट प्रतिदिन सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक खुलता है। जीडीए सचिव संतोष कुमार राय कहते हैं कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए सिटी फोरेस्ट सैलानियों के लिए पर्यटन के लिए एक बेहतर विकल्प है। यहां पर और भी कई सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। यहां जल्दी ओपन थिएटर, टॉय ट्रेन, रात्रि विश्राम के लिए गेस्ट हाउस जैसी परियोजनाएं भी प्रगति पर हैं। उन्होंने बताया कि यहां पर पुस्तकालय भी बनाया गया है जिसमें नेचर से संबंधित पाठ्य सामग्री उपलब्ध है, साथ ही रेस्टोरेंट आदि भी यहां मौजूद हैं।