CIPL ने बढ़ाए मदद के हाथ,गरीबों को दिए खाने के सामान

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सहरसा (बिहार), कोरोना संकट के बीच गरीब और जरुरतमंद परिवार जो दाने-दाने के लिए मोहताज हो रहे हैं उनके लिए CIPL फाउंडेशन ने मदद का हाथ बढ़ाया है। सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर के सैनी टोला गांव में 300 अति पिछड़े लोगों के बीच फाउंडेशन की ओर से चावल, आटा, चना दाल, चीनी, चूड़ा, नमक, तेल, साबुन, सर्फ, हल्दी, जीरा, आलू, प्याज और जरूरी मसाले का वितरण किया गया। इस मौके पर CIPL फाउंडेशन के चेयरमैन विनोद कुमार ने बताया कि देशभर में जरुरतमंदों के लिए ये संस्था हमेशा संबल बनकर खड़ी रही है। अभी जब पूरे विश्व में कोरोना ने हाहाकार मचा रखा है ऐसे में संस्था ने जरुरतमंदों के बीच मदद पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। विनोद कुमार ने बताया कि देश में लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए उनकी संस्था ने गरीबों और दिहाड़ी मजदूरों तक राशन पहुंचाया है ताकि उन्हें बाहर ना निकलना पड़े और वे लॉकडाउन का भलीभांति पालन कर सकें। उन्होंने कहा कि समाज के सबल और सफल लोगों को मददगार की भूमिका में खड़ा रहना चाहिए तब ही देश का लॉकडाउन सफल होगा। देश में जब लॉकडाउन सफल होगा तो वो दिन दूर नहीं जब हम कोरोना को हराकर विजयी होकर निकलेंगे।

दरअसल CIPL फाउंडेशन के चेयरमैन और CIPL के मैनेजिंग डायरेक्टर विनोद कुमार इसी गांव के रहने वाले हैं। कई मौकों पर इनका फाउंडेशन देशभर में गरीबों की मदद के लिए आगे आते रहा है। कोरोना लॉकडाउन के चलते जब इनके गांव के लोगों की परेशानी इन तक पहुंची तो हमेशा की तरह इनका फाउंडेशन मददगार की भूमिका में खड़ा हो गया। और गांव के सभी अति पिछड़ों के बीच राशन और दूसरी जरूरी चीजों को बंटवाया। विनोद कुमार कहते हैं कि गांव और अपने लोगों के बीच मदद पहुंचाना बड़े सौभाग्य की बात है। यहां के लोग इतने स्वाभिमानी हैं कि सहसा किसी की मदद स्वीकार नहीं करते लेकिन ऐसे हालात में बात कुछ और ही है। अपनों की मदद कर ऐसा लगता है जैसे ईश्वर की पूजा सफल हो गई हो जैसे ईश्वर ने उन्हें बड़ा काम करने का माध्यम बनाया है।

इस मौके पर सैनी टोला गांव की रबिया देवी, पप्पू साह, लक्ष्मी राम, गणेश यादव ने बताया कि ऐसे मौके पर हमारे लिए विनोद कुमार किसी मसीहा की तरह सामने आए हैं। उषा देवी ने कहा कि जरूरी सामान से उन्हें बेवजह राशन, सर्फ-साबुन के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। अनिता देवी ने कहा कि घर में राशन नहीं के बराबर था रोज ही चिंता बनी रहती थी कि कल क्या होगा ऐसे में गांव में राहत सामान का बंटना उनके लिए किसी बड़े सहारे से कम नहीं है। शंकर यादव ने कहा कि अब कम से कम 20-25 दिन राशन के लिए बाहर नहीं भटकना पड़ेगा। वहीं गांव के भूमि राम ने कहा कि संस्था ने राशन खत्म होने पर फिर से देने का वादा किया है इसलिए उन्हें इस लॉकडाउन में परेशान होने की जरुरत नहीं है। राशन का बोरा कंधे पर उठाकर जाते हुए जेपी यादव ने कहा कि उन्हें ऐसे समय पर मदद मिली है जब उन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरुरत थी।

गांव के ब्रह्मदेव प्रसाद यादव ने कहा कि देश में लॉकडाउन के दौरान CIPL फाउंडेशन की मदद को भुलाया नहीं जा सकता। ‘देश को जीताना है और कोरोना को हराना है’ का नारा बुलंद करते हुए संस्था से जुड़े आर्यमन कुमार ने बताया कि अगर जरूरत हुई तो संस्था की ओर से आगे भी ऐसी मदद की जाती रहेगी।

राशन वितरण के दौरान एसडीएम समेत स्थानीय प्रशासनीक अमला मौजूद रहा। इस मौके पर गांव के मुखिया सरपंच समेत कई लोग मौजूद रहे।


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