सतना, 08 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की चार दिवसीय अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक शुक्रवार (9 जुलाई) से चित्रकूट में शुरू हो रही है। बैठक में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सभी पांचों सह सरकार्यवाह और अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे, जबकि सभी 45 प्रांतों के प्रांत प्रचारक एवं सह प्रांत प्रचारक इस बैठक में आभासी माध्यम से जुड़ेंगे। यह जानकारी अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने गुरुवार को एक विज्ञप्ति के माध्यम से दी है। सतना जिले के चित्रकूट स्थित दीनदयाल शोध संस्थान में आयोजित इस बैठक में कोरोना प्रोटोकाल का सख्ती से पालन किया जाएगा।
सुनील आंबेकर ने बताया कि चित्रकूट में 09 और 10 जुलाई को संघ के 11 क्षेत्रों के क्षेत्र प्रचारक और सह क्षेत्र प्रचारकों की बैठक होगी। इसमें सरसंघचालक डॉ. भागवत, सरकार्यवाह होसबाले और सभी पांचों सह सरकार्यवाह उपस्थित रहेंगे। साथ ही संघ के सातों कार्य विभाग के अखिल भारतीय प्रमुख और सह प्रमुख भी सहभागी होंगे। 11 एवं 12 जुलाई को संघ के सभी 45 प्रांतों के प्रांत प्रचारक एवं सह प्रांत प्रचारक आभासी माध्यम से जुड़ेंगे।
उन्होंने बताया कि यह बैठक सामान्यतः संगठनात्मक विषयों पर केंद्रित रहेंगी। साथ ही कोरोना के संक्रमण से पीड़ित लोगों की सहायता के लिए स्वयंसेवकों द्वारा किए गए देशव्यापी सेवा कार्यों की समीक्षा भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर के प्रभाव का आकलन करते के लिए आवश्यक कार्य योजना पर विचार होगा। इस दृष्टि से आवश्यक प्रशिक्षण एवं तैयारी पर भी योजना बनाई जाएगी। आंबेकर ने बताया कि यह बैठक समाप्त होने के बाद 13 जुलाई को एक और बैठक होगी, जिसमें विविध क्षेत्रों के अखिल भारतीय संगठन मंत्री आभासी माध्यम से सहभागी होंगे।
अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख आंबेकर ने कहा कि अनलॉक की प्रक्रिया को देखते हुए संघ शाखाओं के संचालन की समीक्षा के साथ ही संघ शिक्षा वर्ग तथा विभिन्न प्रकार के संघ कार्यों का आकलन करने और नई योजनाओं पर विचार किया जाएगा। बैठक में सरसंघचालक एवं सभी प्रमुख अधिकारियों के प्रवास की वर्षभर की एक निश्चित योजना भी बनाई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि संघ की अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक प्रतिवर्ष सामान्यतः जुलाई माह में होती है लेकिन पिछले वर्ष चित्रकूट में ही प्रस्तावित बैठक कोरोना से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण नहीं हो पाई थी। इसलिए इस वर्ष चित्रकूट में ही यह बैठक हो रही है। बैठक में कोरोना से बचाव के सभी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन होगा।